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आगरा डीएम के दावे के विपरीत ऑक्सीजन क्राइसिस को लेकर पुरानी सोशल मीडिया पोस्ट हो रही हैं वायरल

by admin

Agra. पारस हॉस्पिटल से जुड़े मॉक ड्रिल का वीडियो वायरल होने के बाद आगरा डीएम प्रभु नारायण सिंह भले ही अस्पताल में ऑक्सीजन क्राइसिस न होने के कितने भी दावे कर लें लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में यह वह दिन थे जब पूरे शहर में ऑक्सीजन को लेकर त्राहिमाम त्राहिमाम मचा हुआ था। पारस अस्पताल के मामले में डीएम द्वारा दिए गए बयान के बाद सोशल मीडिया पर ऐसी तमाम तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं जिसमें मरीज के तीमारदार से लेकर अस्पतालों के चिकित्सक 25-26 अप्रैल को ऑक्सीजन सिलेंडर मांगने की गुहार लगा रहे हैं।

ऐसा ही सोशल मीडिया पर दो वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहे हैं। वायरल हो रहे वीडियो महिला चिकित्सक के है जो प्रतापपुरा स्थित आगरा कार्डियक सेंटर की संचालिका है। वायरल वीडियो में महिला जिला प्रशासन से ऑक्सीजन सिलिंडर दिलवाने के लिए गुहार लगा रही है। चिकित्सक तूलिका के वायरल हो रहे वीडियो 25 अप्रैल के बताए जा रहे हैं। उस समय आगरा में आक्सीजन की किल्लत को लेकर भारी मारा मारी मची हुई थी। उसी दौरान डॉ तूलिका ने प्रशासनिक अधिकारियों और डॉक्टर्स के ग्रुप में पोस्ट किए थे।

यह वायरल वीडियो उस समय सामने आए हैं जब पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ अरिंजय जैन के ऑक्सीजन आपूर्ति के अभाव में हॉस्पिटल के अंदर मौत की मॉक ड्रिल किये जाने के वीडियो सामने आए। इन वीडियो के सामने आने के बाद जिला प्रशासन और जिलाधिकारी ने खुद बयान दिए की उस समय किसी भी तरह की ऑक्सीजन की क्राइसिस नहीं थी, पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन थी लेकिन डॉक्टर तूलिका के वायरल वीडियो ने जिला प्रशासन के इस झूठ से भी पर्दा उठा दिया है। डॉक्टर तूलिका जिला प्रशासन से साफ गुहार लगा रही है कि उन्हें ऑक्सीजन के सिलिंडर उपलब्ध करा दिए जाएं नहीं तो मरीजों के साथ कुछ भी हो सकता है।

वायरल हो रहे वीडियो में डॉ. तूलिका कह रही है कि वह प्रतापपुरा स्तिथ आगरा कार्डियक सेंटर की संचालिका है। उनके सेंटर में यंग बच्चे भर्ती है। उनके हॉस्पिटल का एक कर्मचारी एडवांस फिलिंग सेंटर में मौजूद है। उन्हें 50 सिलेंडर की आवश्यकता थी लेकिन उन्हें 27 सिलेंडर ही मिल पाए हैं। अगर जल्द ही उन्हें ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं दी तो कैजुअल्टी हो सकती हैं। वह यह भी कह रही है कि वह किसी के मरने का इंतजार नहीं करें। आप सिर्फ कुछ सिलेंडर ऑक्सीजन उपलब्ध करा दें जिससे मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट के सहारे यहां से डिस्चार्ज किया जा सके और वो अपना हॉस्पिटल बंद कर सके।

इससे पूर्व अमित चावला नाम के एक युवक ने भी इन्हीं ट्विटर के माध्यम से आगरा डीएम से पारस अस्पताल में अपने पिता के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की थी और युवक के पिता नहीं बच पाए थे।

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