Agra. पहले तो कोरोना संक्रमण से बचे रहने की कोशिश करें, अगर आपको कोरोना हो गया है और आप एसएन में भर्ती है तो फिर भगवान से प्रार्थना करते रहें कि कोरोना के कारण आपकी मृत्यु न हो। क्योंकि कोरोना के कारण हुई मौत के बाद पोस्टमार्टम ग्रह पर आपके शव की क्या स्थिति होगी इसका तो ऊपर वाला ही मलिक है। आपके शव के अंतिम संस्कार हेतु शव लेने के लिए आपके परिजनों को पोस्टमार्टम पर धरना तक देना पड़ सकता है। ताजा मामला डौकी निवासी वीरेंद्र कुशवाहा का है। कोरोना संक्रमण से वीरेंद्र की हुई मृत्यु के बावजूद उनके परिजनों को पीएम हाउस से उनका शव नहीं मिल पाया है। मृतक के परिजन वीरेंद्र के शव के लिए पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
मृतक के परिजनों ने बताया कि वीरेंद्र का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे शांति मांगलिक में भर्ती कराया था, जहाँ उनका कोरोना टेस्ट हुआ। कोरोना पॉजिटिव होने पर शांति मांगलिक हॉस्पिटल प्रशासन ने उन्हें एसएन रेफर कर दिया था। शुक्रवार रात्रि करीब दो बजे कोविड 19 वार्ड में ईलाज के लिये भर्ती वीरेंद्र कुशवाहा उम्र 35 पुत्र श्री माणिक चंद निवासी वाजिद पुर थाना डौकी की ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई जिसकी जानकारी कोविड 19 के चिकित्सकों द्वारा मृतक के परिजन को दी गई।
डॉक्टरों ने मृतक के शव को पोस्ट मार्टम ग्रह पर रखवा दिया। परिजन एक डॉक्टर के पास से दूसरे डॉक्टर के पास चक्कर लगा रहे हैं। कभी डॉक्टर कहते है वीरेंद्र कोरोना पोजेटिव नहीं था। शव को आप घर ले जाकर अंतिम संस्कार करो और जब परिजन शव मांगते है तो पोस्ट मार्टम ग्रह पर मौजूद डॉक्टर कहते है हमारे पास अभी कोई कागज नहीं आये है। हम अभी यह नहीं कह सकते मृतक कोरोना पोजेटिव था या नगेटिव। कभी कहते हैं कि पुलिस नहीं आई है पुलिस आने पर मीमो तैयार करेंगे। जब थाना एम0एम0गेट पुलिस के पास जाकर मृतक के परिजन मीमो तैयार करने की बात करते हैं तो कहते है अभी अस्पताल के द्वारा हमारे पास कोई मैसेज नहीं आया है, हम कुछ नहीं कर सकते, पुलिस भी कोई मदद नही कर रही है।
मृतक के परिजन पोस्टमार्टम ग्रह, डॉक्टरों के पास, कोविड 19 वार्ड के डॉक्टरों के पास तो कभी थाना एमएम गेट तो कभी थाना डौकी के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं। मृतक के परिजनों का कहना है अगर वीरेंद्र कोरोना पोजेटिव है और अंतिम संस्कार अपने स्तर से प्रशासन करायेगा, हमको कोई दिक्कत नहीं है। हमसे जो लिखा पड़ी करानी है करा लें लेकिन शव का जल्दी से जल्दी निस्तारण करे। अगर वीरेन्द्र की रिपोर्ट कोरोना नगेटिव है तो शव को जल्दी से जल्दी हम को दे दिया जाए। भीषण गर्मी में मृतक की पत्नी प्रीति और उससे तीन छोटे छोटे बच्चे अचेत हो गए हैं पर डॉक्टर और पुलिस पर कोई असर नहीं हो रहा है।