उत्तर प्रदेश में नए वर्ष 2021 की पहली तारीख से ही वाहन स्वामियों को प्रदूषण जांच के लिए दुगनी कीमत देनी होगी। दरअसल नए साल की 1 तारीख से वाहनों की प्रदूषण जांच महंगी हो जाएगी। पहले दुपहिया वाहनों की प्रदूषण जांच के लिए जो आपको ₹30 खर्च करने पड़ते थे वह अब ₹50 कर दिए गए हैं।
बता दें परिवहन विभाग ने लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में प्रदूषण जांच केंद्रों की संख्या में इजाफा कर दिया है, जिससे लोगों को वाहनों की प्रदूषण जांच कराने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। गौरतलब है कि वर्तमान में लखनऊ में 448 और प्रदेश भर में कुल 1600 प्रदूषण जांच केंद्र मौजूद हैं।

दरअसल परिवहन विभाग ने मार्च 2021 तक प्रदेश के हर थाना क्षेत्र में एक-एक प्रदूषण केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि इसे उत्तर प्रदेश ऑनलाइन मोटरयान प्रदूषण जांच केंद्र योजना के अंतर्गत खोलने की तैयारी है।
प्रदेश भर में ऐसे वाहनों की संख्या करीब तीन करोड़ है। प्रदूषण जांच केंद्रों की संख्या लखनऊ में 448 और प्रदेश में 1600 है। प्रदूषण जांच की नई दरें एक जनवरी 2021 से प्रदेश भर में लागू की जाएंगी। उठाया गया यह कदम बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए है।बता दें कि वाहन स्वामियों को अपने वाहनों की प्रदूषण जांच हर 6 महीने और साल भर में करवानी होती है। वहीं वाहन की प्रदूषण जांच न कराए जाने पर गाड़ी मालिक को दस हजार रुपया जुर्माना देना पडे़गा। इसलिए प्रदूषण प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए तकरीबन दोगुना धनराशि वाहनस्वामी को खर्च करनी पड़ेगी। फिलहाल प्रदूषण जांच की नई दरें जारी की जा चुकी हैं।
आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि प्रदूषण जांच की नई दरें जो नए साल में शुरू होने वाली है वह क्या है आइए बताते हैं।
जनवरी से जांच की नई दरें (रुपये में)
वाहन के प्रकार– पहले– अब
दो पहिया– 30– 50
तीन व चार पहिया– 40– 70
चार पहिया डीजल वाहन– 50– 100