आगरा। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भले ही अभी तक कोई दवा नहीं बन पाई हो लेकिन सतर्कता ही अभी इसका एक मात्र उपाये बना हुआ है इसलिए सरकार ने साफ कहा है कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। इसी के मद्देनजर आम जनमानस को जागरूक बनाने के लिए सरकार की ओर से जन जागरूकता अभियान भी चलाये जा रहे है। श्रम विभाग की ओर से भी 17 अक्टूबर से 24 अक्टूबर 2020 तक प्रदेश भर में मजदूरों और श्रमिकों को जागरूक बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत सोमवार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की ओर से महिला सशक्तिरण सताप्ह के अवसर पर जगनेर रोड पर स्थित ग्रामीण बाल श्रमिक विद्यालय में महिला सशक्तिरण व कोरोना संक्रमण को लेकर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में असंगठित क्षेत्र के 95 श्रमिक महिलाओं ने ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उ.प्र. ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने की कार्यक्रम की और मुख्य अतिथि के रूप में श्रम प्रर्वतन अधिकारी मधुलिका मौजूद रही।
श्रम प्रर्वतन अधिकारी मधुलिका ने महिला श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला श्रमिकों को कार्य स्थल पर कार्य समान वेतन, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ सुरक्षा मिले, इसके लिए प्रयास जारी है और महिला श्रमिकों को आत्मनिर्भर बनने के लिए अपनी प्रतिभा को निखारना होगा जिससे वह कुशल श्रमिक बन सके।
श्रम प्रर्वतन अधिकारी ने महिला श्रमिकों को कोरोना संक्रमण से रूबरू कराया और कार्यस्थल पर कोविड 19 की गाइड लाइन का पालन करने की अपील की। उन्होंने महिला श्रमिकों से मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलने व हाथों को बार बार धोने पर जोर दिया।
चाइल्ड लाइन की कॉर्डिनेटर रितु इन्दौलिया ने सरकार की ओर से उन्हें दिए गए अधिकारों से रूबरू कराया और कार्य स्थल पर अगर किसी भी तरह का उत्पीड़न किया जाता है तो उसका खुलकर विरोध करने पर जोर दिया। महिला श्रमिकों को मातृत्व हित लाभ अधिनियम 1961 के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने कोरोना संक्रमण पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नही है बस सतर्कता बरतने की जरूरत है। अगर आपको कोरोना हुआ है तो चिकित्सक की सलाह अवश्य लें और अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें।
उत्तर प्रदेश संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वंय महिलाओं को जागरूक होना पड़ेगा। महिलाओं को ट्रेड यूनियनों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। गाँव-गाँव में महिला श्रमिकों के लिए स्वयं सहायता सूमहों का गठन किया जाए जिससे महिलाऐं लघु उद्योग लगाकर आत्मनिर्भर बन सकें।
इस दौरान तुलाराम शर्मा ने महिला श्रमिकों को अपने परिवार को भी कोरोना संक्रमण की जानकारी देने और सभी के मास्क पहने पर जोर दिया, साथ ही कोरोना से संबंधित सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने का सभी को संकल्प भी दिलाया।
कार्यक्रम में विनीता महिला एंव बाल विकास समिति की विनीता, राहुल शर्मा, लेबर ऑफिसर चन्द्रा इंदौलिया, हेमलता गोला, पिंकी जैंन, संजय शर्मा, शाकिर खान, प्रतिमा ढोमन, सीमा, बबिता, ममता, नरगिस, उमेश कुमार, रेखा, राकेश आदि मौजूद रहे।