आगरा रेल मंडल से लगभग 40 पैसेंजर ट्रेनो का संचालन होता था लेकिन रविवार को ट्रेनों के पहिये थामे हुए नजर आए। मालगाड़ी से लेकर पैसेंजर ट्रेनों के पहिये थमे हुए थे लेकिन दूरदराज से आनेवाली ट्रेनो के यात्री ही कैंट पर उतरे। इन यात्रियों के आगमन को लेकर जीआरपी और आरपीएफ स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ पूरी तरह से थर्मल स्क्रीनिंग करके बाहर निकाला जा रहा था। सभी लोगों के हाथों को सेनिटाइजर से धुलवाया जा रहा था। आगरा रेल मंडल में सेनिटाइज़ेशन से संबंधित सारे इंतजाम कर रखे थे।
आगरा। कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू को लेकर जो अपील की थी उसका असर पूरी तरह से शहर में देखने को मिला। रेलवे स्टेशनों से लेकर बस स्टैंड पूरी तरह से बंद थे। जनता कर्फ्यू को लेकर मून ब्रेकिंग की टीम ने आगरा शहर के कई स्थानों का भ्रमण किया। सबसे पहले हमारी टीम आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची, यहां पर पूरी तरह से सन्नाटा छाया हुआ था, जीआरपी और आरपीएफ के जवान तैनात थे।
जीआरपी इंस्पेक्टर विजय चक ने बताया कि जनता कर्फ्यू को लेकर चेकिंग बरकरार है। पैसेंजरो की संख्या में कमी आई है क्योंकि जनता कर्फ्यू को लेकर ट्रेनों का संचालन भी थमा है। दूरदराज की ट्रेनों से आनेवाले यात्री ही ट्रेन से कैंट स्टेशन पर उतरे है जिनकी थर्मल स्क्रीनिंग करके निकाला जा रहा है।
ऐसा ही नजारा ईदगाह बस स्टैंड की कार्यशाला में देखने को मिला। कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील को लेकर बसों का संचालन बंद किया गया है। सभी बसों को कार्यशाला में खड़ा किया गया है। इस दौरान जो पैसेंजर बस स्टैंड पर पहुँच रहे है उन्हें जनता कर्फ्यू के बारे बताया जा रहा है और समझाया जा रहा है कि जनता कर्फ्यू सभी के हित में है। रोडवेज कर्मचारियों ने बताया कि जनता कर्फ्यू रात 9 बजे खत्म हो जाएगा उसके बाद ही बसों का संचालन होगा।