आगरा। सरकारी नौकरियों में मुन्ना भाइयों का बोलबाला है और कई गैंग सक्रिय होकर अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका ले रहे हैं। ऐसा ही कुछ पुलिस लाइन आगरा में आरक्षी नागरिक पुलिस एवं आरक्षी पीएसी (सूबे की सशस्त्र पुलिस) के पदों पर सीधी भर्ती की चल रही परीक्षा में देखने को मिला। इस परीक्षा में आगरा पुलिस ने 9 फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ा है। फर्जी अभ्यर्थियों के पकड़े जाने से पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। पुलिस के आलाधिकारियों ने फर्जी अभ्यर्थियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर अंजाम दे दिया है।
पुलिस लाइन आगरा में आरक्षी नागरिक पुलिस एवं आरक्षी पीएसी (सूबे की सशस्त्र पुलिस) के पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। यह परीक्षा अंतिम चरण में है जिसके अंतर्गत अभिलेखों की समीक्षा के साथ शारीरिक मानक परीक्षण चल रहा है। एसएसपी बबलू कुमार के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक यातायात प्रशांत कुमार के साथ पूरी टीम अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच कर रही थी। जांच में पाया गया कि नौ लोग कूटरचित दस्तावेज तैयार करके परीक्षा में शामिल हो गए हैं। पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थी आगरा, फिरोजाबाद के अलावा बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लोग है जो अंतरराजीय गैंग के सदस्य हैं। इनका काम यही है। इन सभी को बॉयोमेट्रिक के माध्यम से पकड़ा गया है।
पकड़े गए मुन्ना भाई:-
1.प्रमोद पुत्र अजय प्रसाद निवासी मसौढ़ी, थाना मसौढ़ी, जिला पटना, बिहार
2.कृष्णकांत पुत्र श्यामबाबू यादव निवासी सलेमपुर बरियारमऊ, थाना मक्खनपुर, जिला फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
- चित्र सिंह पुत्र राम निवास निवासी दलेल का पुरा, थाना राजाखेड़ा, जिला धौलपुर, राजस्थान
- गजेन्द्र सिंह पुत्र वचन सिंह निवासी चन्द्रपुर थाना मटसैना, जिला फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
- कृष्णवीर पुत्र बच्चू सिंह जाट निवासी ग्राम पुरामना, थाना अछनेरा, जिला आगरा, उत्तर प्रदेश
- सतेन्द्र सिंह पुत्र पूरनपाल सिंह, निवासी महावीर नगर, फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
- संजय कुमार पुत्र दिनेश शर्मा, निवासी ग्राम अहमदपुर, थाना सराय रंजन, जिला समस्तीपुर, बिहार
- रामचन्द्र ओझा पुत्र मदनलाल ओझा, निवासी जीवाजीगंज लश्कर, थाना जनकगंज, ग्वालियर, मध्य प्रदेश
- वेद प्रकाश पुत्र थाना सिंह निवासी नगला घनश्याम, थाना खैरगढ़, जिला फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
अभियुक्तों ने बताया कि रजनेश, गिरजेश उर्फ आदित्य, अनिल व संजय निवासीगण फिरोजाबाद अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पुलिस भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों के स्थान पर अन्य को बैठाकर पास कराने का ठेका 5-6 लाख रुपये में लेते हैं। फर्जी कागजात तैयार करके उपलब्ध कराते हैं। उन्हीं के कहने पर पकड़े गए मुन्नाभाई परीक्षा में शामिल हुए थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि सभी अभियुक्तों के खिलाफ थाना शाहगंज में अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है। साथ ही गैंग के सरगनाओं को पकड़ने के लिए पुलिस सक्रिय हो गई है। फिरोजाबाद पुलिस की मदद ली जा रही है।
बताया जाता है कि इस समय सरकारी नौकरियों में मुन्ना भाई सक्रिय है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार को भी अंदेशा था कि पुलिस भर्ती परीक्षा में गोलमाल हो सकता है। इसलिए उन्होंने प्रत्येक अभ्यर्थी के दस्तावेजों की बारीकी से जांच का आदेश दिया था। इसका सार्थक परिणाम निकला। नौ फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए।