आगरा। काफी समय से लंबित पड़ी अपनी मांगों को लेकर विभिन्न चरणों में लेखपालों के चल रहा आंदोलन अब उग्र रूप भी ले रहा है। अभी तक लेखपाल अपनी मांगों के लिए सरकार पर दवाब बनाने के लिए धरना प्रदर्शन के साथ-साथ काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज करा रहे थे लेकिन अब लेखपाल जनप्रतिनिधियों को अपने इस आंदोलन से जोड़ने की कवायद में जुड़ गए हैं।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल की प्रांतीय कार्यकरिणी के निर्देश पर तीसरे आंदोलन के पांचवे चरण के अंतर्गत प्रदेश के समस्त जनपद में लेखपाल संवर्ग की मांगों को लेकर जनप्रतिनिधियों (सांसद, विधायक और मंत्री) से तहसील स्तर पर संघ की ओर से एक पत्र दिया गया और अपनी मांगों के लिए समर्थन मांगा। ऐसा ही कुछ नजारा आगरा जिले में भी देखने को मिला। आगरा जिले की कार्यकारिणी की ओर से आगरा जिले के सभी विधायकों और शहर में रहने वाले दो मंत्रियों को लेखपाल संघ की ओर से पत्र दिया गया और उनसे अनुरोध किया गया कि लेखपालों की पीड़ा को वह सुबह के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचाएं। उनकी मांगों को लेकर जो भी अड़चन सामने आ रही हैं उन सभी समस्याओं को दूर करें।
लेखपालों का कहना था कि आज अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए राज्य मंत्री उदय भान सिंह, विधायक योगेंद्र उपाध्याय, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, विधायक हेमलता दिवाकर, विधायक रानी पक्षालिका सिंह से मुलाकात की गई। सभी ने लेखपालों के समर्थन में सूबे के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है और लेखपालों की मांगों पर सहानुभूति दिखाते हुए विचार करने की अपील की है।