आगरा। HTBT कपास, BT बैगन, GM सरसों का प्रतिबंधित बीज किसानों को दिए जाने के विरोध में किसान संघ ने तहसील सदर में धरना प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री, मुख्यमंत्री पर्यावरण मंत्री के नाम ज्ञापन देने पहुंचे लेकिन सदर तहसील में कोई अधिकारी उपस्थित ना होने पर भड़के किसान संघ कार्यकर्ता प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने एसडीएम के दरवाजे पर ज्ञापन चस्पा कर दिया।
प्रतिबंधित बीज को कुछ कंपनियों द्वारा किसानों तक पहुंचाए जाने का भारतीय किसान संघ ने विरोध किया है। प्रांत अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने कहा कि एचटीबीटी और जीएम बीजों का अत्यंत हानिकारक रसायनों का इन बीजों पर छिड़काव किए जा रहे हैं जिससे लाइफोसेट से कैंसर उत्पन्न हो रहा है जो जन जीवन से खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां मोनसेंटो, बायर को भारत की बीजों उत्पादक कंपनियों से प्रोत्साहन मिलता है जो अपने फायदे के लिए कैंसर जैसी बीमारी दे रहे हैं।
मोहन चाहर ने कहा कि अधिकारी एवं बीज कंपनियों की मिलीभगत से प्रतिबंधित बीज बेचे जा रहे हैं। किसानों को बंपर पैदावार का प्रलोभन देकर गुमराह किया जा रहा है बीटी जीएम फसलों में कोई उपजाऊ जीन नहीं होता। संघ ने सरकार से मांग की है कि बीज कानून का नाम बीज किसानों का अधिकार होना चाहिए।
भारतीय किसान संघ ने ज्ञापन देकर प्रधानमंत्री कृषि मंत्री मुख्यमंत्री पर्यावरण मंत्री से मांग की है कि प्रतिबंधित बीज बेचने वाली कंपनियों को काली सूची में डाल कर देश से बाहर किया जाए। बीजों की निगरानी करने वाली संस्था के खिलाफ कार्यवाही की जाए, तथा लाइफोसेट को प्रतिबंधित किया जाए। बीज किसानों का अधिकार कानून बनाया जाए, बीज बनाने की प्रक्रिया का प्रशिक्षण किसानों को दिया।
प्रदर्शन में मोहन सिंह चाहर के साथ रामवीर चाहर, जल सिंह फ़ौजदार, ब्रजपाल, रोहित चौधरी, अंगद सोलंकी, रनवीर फ़ौजदार, सुखराम लोधी, जय सिंह प्रधान, प्रवीन, रजत शर्मा, पूरन प्रजापति, कैलाशी, चरन सिंह बघेल, विष्नु शर्मा, जसवंत निषाद, दीनानाथ, अतर सिंह, आदि प्रमुख उपस्थित थे।