फिरोजाबाद। जसराना में स्थित मां कामाख्या धाम के 22 जून से बन्द पट मंगलवार को सुबह 6 बजे विधि-विधान के साथ खोले दिए गए है। माँ कामाख्या मंदिर के पट खुलते ही माता के दर्शन करने के लिए भक्तो का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही भक्तो की लम्बी-लम्बी कतारे लग गयी लेकिन माता के दर्शन के लिए इस भीषण गर्मी में भी हर भक्त ललायित दिखाई दिया।
बताया जाता है कि पूरे देश में माँ कामाख्या देवी के 2 ही मंदिर हैं। एक यहाँ जसराना और दूसरा गुवाहटी आसाम में स्थित है। एटा रोड पर स्थित जसराना में माॅ कामाख्या देवी के पट दो दिन के लिए आज मंगलवार को भक्तो के लिये फिर से खोल दिये गये हैं। सुबह 4 बजे मंगला आरती के साथ ही 6 बजे विधि विधान के साथ ये पट आम भक्तो के दर्शनो के लिये खोल दिये गये।
पीठाधीश महेश स्वरूप ने बताया कि माँ कामाख्या धाम में प्रतिवर्ष अंबुवाची महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस महोत्सव के दौरान तीन दिन तक माँ के पट बंद रहते हैं। इन तीन दिनों तक मंदिर में सिर्फ भजनों का दौर चलता रहता है। इन तीन दिनों तक माँ आम औरतों की तरह रजस्वला होती है जिसके कारण मां के दर्शन लोगों के लिए प्रतिबंधित रहते हैं।
मंगलवार रात्री 3 बजे से ही भक्त माॅ के दर्शनों के लिये कतारो मे खड़े हो गये थे। सुबह तक यह कतारें काफी लम्बी हो गईं थीं। महिलाओं व पुरूषो के दर्शनो के लिये अलग-अलग लाइन लगी हुई थी। सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओं व युवतियों की देखी गयी। मंदिर के पट खुलने पर भक्तो की भीड़ देखकर पुलिस ने भी सुरक्षा के इंतजाम कर रखे थे और उच्चअधिकारी भी व्यवस्थाओं की जानकारी लेते रहे। इस दौरान किसी भक्त को परेशानी ना हो इसके इन्तजाम मन्दिर प्रशासन ने पहले से ही कर लिये थे।
मंगलवार को पीठाधीश महेश स्वरुप ब्रहमचारी की देख रेख मेें आठ महिलाओं ने मंदिर के द्वार को खाेला, इनमें फीरोज़ाबाद की नीलम उपाध्याय, जसराना की निर्मला, टूंडला की उमा शर्मा, सादाबाद की अन्जू शर्मा, शिकोहाबाद की रेखा शर्मा, फीरोज़ाबाद की अर्चना शर्मा, बछगाव की बबली शर्मा शामिल थी। माता के पट खोलकर पहले दर्शन करके सभी महिला भक्त उत्साहित दिखाई दी और इसे जिंदगी का सबसे अहम दिन बताया।