आगरा नगर निगम में उस समय विवादास्पद स्थिति हो गयी जब ज्ञापन देने आए व्यापारी के साथ निगम की टास्क फोर्स ने उन्हें अंदर घुसने नही दिया बल्कि निगम के एक बड़े अधिकारी और निगम की टास्क फोर्स ने उन व्यापारियों के साथ धक्का मुक्की कर दी। अपने नेता के हुए अपमान से व्यापारी आक्रोशित दिखाई दिए और निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया।
घटना बुधवार दोपहर की है। कुछ व्यापारी नेता निगम की ओर से ठेल ढकेल वाले छोटे व्यापारी पर हो रही कार्यवाही से नाराज थे और इस कार्यवाही को रोकने की मांग को लेकर व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल नगर निगम पहुँचा था। जैसे ही व्यापारी नगर निगम के गेट पर पहुँचे निगम की टास्क फोर्स ने रोक दिया। व्यापारियों की मांग थी कि वो नगर आयुक्त से मिलना चाहते है लेकिन अपर नगर आयुक्त मौके पर पहुँचे। उन्होने व्यापारियोंयो के प्रतिनिधि मंडक से दो लोगों को बुलाया और बाकी व्यापारियों को अपमानित करते हुए उन्हें धकिया दिया और उसके बाद टास्क फोर्स ने भी उन्हें बाहर खदेड़ दिया।
निगम के बडे अधिकारी का यह रवैया और व्यवहार देखकर व्यापारी आक्रोशित नजर आए। उनका कहना था कि वो कुछ समस्याओं को लेकर आये थे जिसको लेकर नगर आयुक्त से वार्ता करनी थी लेकिन निगम के बड़े औहदे पर बैठे एक अधिकारी ने ही उनकी बात सुने बिना ही धक्के मारकर बाहर निकाल दिया।
व्यापारियों का कहना था कि भाजपा व्यापारियों की पार्टी कही जाती है लेकिन भाजपा राज में भी व्यापारियों को धक्का मारकर बाहर निकाला जा रहा है, ये कैसा न्याय है ?