आगरा। 26/11 की बरसी पर जगह-जगह लोगों ने हाफिज सईद और पाकिस्तान का विरोध किया। जहाँ एक ओर हिन्दू वाल्मीकि समाज ने सुअर के गले मे हाफिज सईद नाम का पट्टा डाला और उसके दरबे पर पाकिस्तान की पट्टिका लगा कर विरोध किया तो दूसरी तरफ मुस्लिम समाज के लोगों ने मुम्बई में शहीद हुई आत्माओं की शांति के लिए दुआ के साथ पाकिस्तान का झंडा पहना कर हाफिज सईद का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।
बता दें कि नामनेर ईदगाह के निकट वाल्मीकि बस्ती में लोगों ने सुअर के ऊपर हाफिज सईद का नाम लिखी पट्टिका डाल कर उसे मोहल्ले में घुमाया और उसके दरबे पर पाकिस्तान हाफिज सईद का घर लिख कर विरोध दर्ज कराया।
विरोध करने वाले आजाद वाल्मीकि ने कहा कि पाकिस्तान ने 26/11 के मास्टर माइंड हाफिज सईद को छोड़ कर सही नही किया है। अगर भारत के प्रधानमंत्री ने एक बार ठान ली तो पाकिस्तान जाकर हाफिज को मार दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को हिदायत देते हुए कहा कि पाक बारूद के ढेर पर बैठ कर आतंकियो को पनाह देने का काम कर रहा है। किसी दिन यही आतंकी उसका नुकसान भी कर सकते हैं।
वहीं आज शहर के मदिया कटरा तिराहे पर भाजपा अल्प सँख्यक मोर्चा के अशफाक सैफ़ी के नेतृत्व में मुम्बई हमले में शहीदों को श्रद्दांजलि दी गयी और पाक द्वारा हाफिज को रिहा करने के विरोध स्वरूप पाकिस्तान के झंडे को पहना कर हाफिज सईद का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया गया। इस दौरान हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगे।
अशफाक सैफ़ी ने कहा कि पाकिस्तान ने हाफिज सईद को रिहा कर अच्छा नही किया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि वो पाकिस्तान पर दबाव बना कर हाफिज को दोबारा जेल कराए। वहीं प्रदर्शन में शामिल इरफान ने कहा कि अगर सरकार ऐसा नही करना चाहती तो आगरा और पूरे देश का मुसलमान पाकिस्तान जाकर हमला कर देगा।