Agra. मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने के लिए एक साथ 20 देशों की सुंदरियां सोमवार को आगरा पहुंची। उन्होंने एक साथ मिलकर ताज का दीदार किया। विश्व भर की ये सुंदरियां मिस टीन इंटरनेशनल प्रतियोगिता की प्रतिभागी थी। विश्व भर की इन सुंदरियों ने ताजमहल का भ्रमण किया। ताज के इतिहास को जाना, साथ ही संगमरमर ये हुस्न की इस स्मारक की कायल भी दिखाई दी।
ताज के साए में कराया फोटो सेशन
मोहब्बत की निशानी ताज के भ्रमण के इन पलों को यादगार बनाने के लिए मिस टीन इंटरनेशनल प्रतियोगिता के प्रतिभागियों ने डायना सीट पर बैठ कर फोटो खिंचवाई। ताज के साए में फोटो सेशन भी जमकर कराया। ताजमहल आईं इन सुंदरियों को देख पर्यटकों भी इनकी ओर आकर्षित होते दिखाई दिए और उनके साथ फोटो खिंचवाने के लिए लालायित नजर आए।
20 देशों की सुंदरियां
मिस टीन इंटरनेशनल प्रतियोगिता में 20 देशों की प्रतिभागी भाग ले रही हैं। भारत के अलावा नीदरलैंड्स, मैक्सिको, वियतनाम, मंगोलिया इंडोनेशिया, थाईलैंड, पुर्तगाल, सर्बिया, फिलीपींस बोत्सवाना, जिंबाब्वे, नामीबिया, बेल्जियम, नेपाल, कनाडा, साउथ अफ्रीका कंबोडिया, डोमिनिकन रिपब्लिक और यूएसए के प्रतिनिधियों ने ताज का दीदार किया। सभी सुंदरियों ने मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार किया। ये सुंदरियां संगमरमरी स्मारक की खूबसूरती में खो गईं। मुख्य गुंबद के सामने फोटो खिंचवाने के बाद इनमें डायना सीट पर फोटो खिंचवाने की बेताबी नजर आई।
मिस टीन इंटरनेशनल दुनिया भर में 14 से 19 वर्ष की उम्र की लड़कियों के लिए एक वार्षिक सौंदर्य प्रतियोगिता है, जो प्रतियोगिता में भाग लेती हैं। पेजेंट 1993 में शुरू हुआ था। स्वीडन की सोफिया एंडरसन मिस टीन इंटरनेशनल की पहली विजेता थीं। पेजेंट का स्वामित्व भारत के ग्लानंद समूह के मालिक निखिल आनंद के पास है। पेजेंट की शुरुआत भारत में 4 साल के बाद हुई थी।
भारत से ये सुंदरी ले रही हैं भाग
भारत से मुंबई निवासी राशि इस प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं और वह भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। वह इस प्रतियोगिता को लेकर काफी उत्साहित नजर आई। उनका कहना था कि इस प्रतियोगिता के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है।
मिस टीन इंटरनेशनल 2019 आयुषी रही मौजूद
मिस टीन इंटरनेशनल प्रतियोगिता के प्रतिभागियों के साथ आयुषी ढोलकिया भी मौजूद रहीं। आयुषी ढोलकिया 2019 में मिस टीन इंटरनेशनल चुनी गई थी। उनके इस प्रतियोगिता के जीतने पर 29 साल बाद एशिया को यह खिताब मिला था।