आगरा। पुरातन सामर्थ्य और नई सोच के साथ उद्यमी नए भारत की इबारत लिख रहे हैं। भारत के समग्र विकास में निरंतर अपना योगदान दे रहे हैं। इसी नवीन दृष्टि के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय उत्पादों की माँग और विश्वसनीयता बढ़ी है। हमें इस सामर्थ्य, समृद्धि और सफलता की निरंतरता बनाए रखनी होगी। लघु उद्योग भारती, आगरा द्वारा शुक्रवार शाम फतेहाबाद रोड स्थित होटल क्लार्कशीराज में आयोजित न्यू इंडिया न्यू विजन कॉन्क्लेव का लगभग यही निष्कर्ष रहा।
कॉन्क्लेव में आयात-निर्यात की परिस्थितियों और संभावनाओं, भारत के निर्माण में रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ उद्योगों की भूमिका और सरकार से उद्योगपतियों की अपेक्षाओं पर विभिन्न विशेषज्ञों ने विचार साझा किए।
वहीं लघु उद्योग भारती परिवार से जुड़ने वाले नवीन सदस्यों के स्वागत और अभिनन्दन के साथ-साथ आगरा सहित छह जिलों के 12 उद्यमियों को उद्योग जगत में विशेष उपलब्धियों के लिए उद्योग सम्मान-2022 भी प्रदान किया गया। इस दौरान आगरा एवं आसपास के जनपदों के दो सौ से अधिक प्रमुख उद्यमी और व्यापारी कॉन्क्लेव में शामिल रहे।
लघु उद्योग भारती, आगरा के अध्यक्ष भुवेश अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि 40 हजार से अधिक सदस्य एवं 450 से अधिक इकाइयों के साथ लघु उद्योग भारती लघु उद्यमियों के लिए एकमात्र अखिल भारतीय संगठन है। नए सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष में 170 से ज्यादा उद्यमियों द्वारा लघु उद्योग भारती, आगरा की सदस्यता ग्रहण करना इसकी स्वीकार्यता एवं महत्व को बताता है। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग के माध्यम से राष्ट्र का उद्धार करना हमारा उद्देश्य है।
लघु उद्योग भारती, आगरा के महासचिव विजय गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप भारत को विश्व पटल तक ले जाने में एमएसएमई इंडस्ट्री एक बड़ी भूमिका निभा सकती है।
‘नवीनतम वैश्विक तकनीक अपनाएँ’
सीए प्रेम गुल ने कहा कि भारत आत्मनिर्भरता के साथ-साथ विश्व की मैन्युफैक्चरिंग कैपिटल बनने की ओर निरंतर अग्रसर है। ऐसे में भारतीय उद्योगों को नवीनतम वैश्विक तकनीकें अपनानी होंगी। इनमें ईआरपी, क्लाउड कंप्यूटिंग, रिन्यूएबल एनर्जी, 3 डी प्रिंटिंग, रोबोटिक ऑटोमेशन, वेब 3, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ब्लॉक चेन प्रणाली प्रमुख है।
सीए दीपेंद्र मोहन ने कहा कि जीएसटी आने के बाद व्यापारियों को इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने में आसानी हुई। इससे व्यापार सुगम हुआ। मैन्युफैक्चरर्स के लिए अब सरकार ने आयकर दरें कम कर दी हैं। इससे ग्लोबल मार्केट में उनको अपनी जगह बनाने में कामयाबी मिल रही है हालांकि टीडीएस के प्रावधान अब तकलीफ देह हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य मुख्य अतिथि के रूप में शामिल रहीं। एफमेक के प्रेसिडेंट पूरन डाबर, लघु उद्योग निगम के उपाध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री राकेश गर्ग, लघु उद्योग भारती के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, सीए प्रेम गुल, सीए दीपेंद्र मोहन, इंजीनियर अजीत फौजदार, उपायुक्त (उद्योग) अनुज कुमार, निर्यातक रजत अस्थाना और एमएसएमई के मुकेश शर्मा ने विभिन्न सत्रों में अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए। इस दौरान सुनील विकल, गौरव मित्तल (अलीगढ़), भूटानी इंफ्रा के डायरेक्टर शैलेंद्र सिंह भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
कोषाध्यक्ष जतिन अग्रवाल, प्रभारी अरविंद शुक्ला, राजीव बंसल, श्याम सुंदर अग्रवाल, शैलेश अग्रवाल, राजीव मोदी, राजेश मंगल, संजीव जैन, सौरभ गुप्ता, शशीकांत जैन और समक्ष जैन ने अतिथियों का स्वागत किया। लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल और जिला महासचिव विजय गुप्ता ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का संचालन किया। संयोजक दिनेश गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कौन्क्लेव का कुशल प्रबंधन रावी ईवेंट्स द्वारा किया गया। आयोजन में प्रमुख सहयोग भूटानी इंफ्रा (दिल्ली) का रहा।
इन्हें मिला उद्योग सम्मान-2022
आगरा के गोपाल गुप्ता (गुप्ता ओवरसीज), शिशिर अस्थाना (स्टोन मैन क्राफ्ट), किशोर खन्ना (रोमसंस), दीपक अग्रवाल (किशोर एक्सपोर्ट्स), नितेश अग्रवाल (नितेश चैन्स), दीपक अग्रवाल (वैकमैट इंडिया) और नितिन गोयल (मुंशी पन्ना मसाला) के साथ हाथरस के राम कुमार अग्रवाल (सर्वेश्वर फूड प्रोडक्ट्स), मथुरा के गजेंद्र कुमार शर्मा (लक्ष्मी एग्रो एंड फूड), फिरोजाबाद के राम किशोर गुप्ता (फिरोजाबाद ग्लास), अलीगढ़ के अजय पटेल (रे इंटरनेशनल) और कासगंज के अमलेन्दु शर्मा (उमा आयुर्वेदिक प्राइवेट लिमिटेड) को उद्योग सम्मान-2022 प्रदान किया गया।