आगरा। पिछले कई दिनों से कांग्रेस पार्टी में मेयर पद के लिए चल रही खींचतान पर कांग्रेस हाईकमान ने विराम लगा दिया है। कांग्रेस हाईकमान ने आगरा शहर के मेयर पद पर विनोद बंसल को मैदान में उतार कर वैश्य कार्ड खिला है। विनोद बंसल वरिष्ठ कांग्रेसी हैं और वैश्य समाज में के साथ साथ शहर में उनकी अलग पहचान हैं।
आपको बताते चलें कि शहर मेयर पद पर बसपा ने दिगंबर सिंह धाकरे को उतारकर ठाकुर कार्ड और सपा ने राहुल चतुर्वेदी को टिकट देकर ब्राहमण कार्ड खेला है। कांग्रेस ने भी जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए वैश्य समाज को मेयर पद के उम्मीदवार के रूप में उतारा है। कांग्रेस पार्टी में मेयर पद के लिए वैश्य समाज के तीन दिग्गजों के बीच लड़ाई थी लेकिन विनोद बंसल ने अपने सामाजिक और राजनीतिक छवि के चलते सभी को पछाड़ दिया है।
कुछ दिनों पहले विनय अग्रवाल के आने से जोर शोर से मेयर पद के लिए उनका नाम चला था लेकिन कांग्रेसियों की नजरअंदाजी न हो इसके लिए कांग्रेस हाईकमान ने जमीनी कार्यकर्ता विनोद बंसल को तरज़ीह दी है। विनोद बंसल के कांग्रेस से मेयर पद के उम्मीदवार बनने से कांग्रेसियों के साथ-साथ विनोद बंसल के करीबियों में खुशी की लहर दिख रही है। मेयर पद के लिए विनोद बंसल के नाम की घोषणा होने के बाद से विनोद बंसल को बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है।
कांग्रेसियों का कहना है कि चेयरमैन पद पर तीन दिग्गजों के बीच समाज के तीन दिग्गजों के बीच लड़ाई थी लेकिन फैसला हाईकमान को करना था और हाईकमान ने कांग्रेस पार्टी का मेयर उम्मीदवार विनोद बंसल को बनाया है। पार्टी कार्यकर्ता विनोद बंसल के साथ कंधे से कंधे मिलाकर कार्य करेंगे। वहीं विनोद बंसल का कहना था कि पार्टी ने जमीनी कार्यकर्ताओं को टिकट देकर यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं करेगी और पार्टी ने जो भरोसा मुझ पर जताया है उसे कायम रखा जाएगा और मेयर का चुनाव दमदारी से लड़ाया जाएगा ताकि शहर मेयर पद पर कांग्रेस का कब्ज़ा हो।
मेयर पद से प्रत्याशी चुने जाने के बाद विनोद बंसल ने कहा कि ये चुनाव आगरा का चुनाव है और शहर की स्थिति सुधारने के लिए वे हर संभव कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि नगर निगम में संविदा पर कार्यरत् कर्मचारी को स्थायी नौकरी दिलवाने का प्रयास करेंगे।