आगरा। एत्मादपुर तहसील के कस्बा बरहन में ग्राम प्रधान द्वारा सार्वजनिक मन्दिर के पास लग रहे हैड पंप का सत्ताधारी स्थानीय नेता ने विरोध कर दिया। विरोध के चलते लगे नल को उखड़वाने के लिए उच्च अधिकारी से शिकायत कर दी। गुरूवार दोपहर एडीओ पंचायत अशोक कुमार यादव हैड़ पंप की जांच करने पहुँचे। अधिकारियों को देख पीड़िता महिला दहाड़े मारकर रोने लगी और कहा कि अगर नल उखाड़ा गया तो आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएगी।
कस्बा बरहन स्थित टीचर्स कालोनी मे जलस्तर लगातार घटने की वजह से हैड़ पंप खराब हो गया। जिसका रीबोर ग्राम प्रधान सोना देवी द्वारा पास में बने सार्वजनिक मन्दिर के परिसर मे करा दिया। मन्दिर परिसर में एक परिवार रहता है। टीचर्स कालोनी के सभी मकानो में समरसिबल लगे हुए है। मन्दिर मे रह रहे परिवार को पानी लेने के लिए पाच सौ मीटर दूर बस स्टैंड पर लगे हैड़ पंप पर जाना पड़ता है। पानी की समस्या को देख प्रधान द्वारा सार्वजनिक मन्दिर परिसर मे हैड़पंप लगा दिया गया। जिसका स्थानीय भाजपा नेता द्वारा पत्र लिख जिला पंचायत राज अधिकारी से शिकायत की गई और रीबोर कर लगाए गए नल को उखाड़ कर दूसरी जगह लगाने को कहा गया है।
जिसकी जांच करने के लिए एडीओ पंचायत अशोक कुमार यादव गुरूवार दोपहर दो बजे टीचर्स कालोनी पहुँचे। मौके पर लगे नल की स्थिति देखी। अधिकारी के सामने मन्दिर में रह रहे परिवार की महिला फूट फूटकर रोने लगी। महिला का कहना था कि वह अपने परिवार के पांच सदस्य के साथ रह रही है। मन्दिर के आसपास कही पानी की सुविधा नही है। प्रतिदिन पाच सौ मीटर की दूरी से पानी लेकर आना पड़ता है। कभी कभार अपनी समझदार पुत्री को घर मे अकेला छोड़ पानी लेने जाना पड़ता है। पानी की वजह से बहुत समस्या का सामना करना पड़ता है। महिला ने एडीओ पंचायत से कहा कि अगर सरकार द्वारा नल उखाड़ा गया तो वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएगी।
पूर्व मे महिला कर चुकी है आत्महत्या का प्रयास
टीचर्स कालोनी मे प्रधान द्वारा लगाए गए हैड पंप का स्थानीय सत्ताधारी नेता ने शुरू से ही विरोध किया है। विरोध के चलते प्रधान द्वारा रीवोर करने आई मशीन को हटाया जा रहा था तभी महिला प्रेमवती ने प्रधान पति विजय सिह बघेल के सामने रोने लगी और अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालने लगी। प्रधान पति और बहा उपस्थित ग्रामीणो ने व मुश्किल महिला को समझाया और नल लगाने का आश्वासन दिया। तब बह महिला शान्त हुई।
ग्राम प्रधान बरहन सोना देवी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रीबोर मे आया नल सार्वजनिक मन्दिर पर लगाया गया है। पुरानी जगह नल बार बार खराब हो रहा था। कालोनी के अधिकतर परिवार ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए है।
नल की जांच को पंहुचे एडीओ पंचायत अशोक यादव का कहना था कि निजी जगह पर नल लगाने की शिकायत मिली थी लेकिन जांच करने पर प्रधान द्वारा बताया गया है कि नल सार्वजनिक मन्दिर के पास नल लगाया गया है जो कि एक मंदिर के परिसर में है। चूंकि इस संबंध में शिकायत की गई है तो तहसील से जगह की जांच भी कराई जाएगी कि जमीन सार्वजनिक है या निजी।
मुद्दे की बात यह है कि भाजपा नेता को नल से कोई सरोकार नहीं है बल्कि नल उसकी मूंछों की आन बन गया है। क्योंकि खुद भाजपा के नेता के यहां तो समर्सिबल लगी हुई है फिर भी गरीब के मुंह से पीने के पानी छीनने का वह भरपूर प्रयास कर रहा है।
एत्मादपुर से पवन शर्मा की रिपोर्ट