ताजनगरी आगरा में कोतवाली थाना क्षेत्र के फुलट्टी चौराहे पर बीते दिनों विश्व हिंदू परिषद और सुधीर बैंड के बीच हुए बवाल के बाद मारपीट पथराव और लाठियां चली थी । घटना वाले दिन एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें विश्व हिंदू परिषद के लोग और सुधीर बैंड बैंड के लोगों में आपसी भिड़ंत और लाठियां चल रही थी । इस घटना को अभी 2 दिन ही बीते थे। कि इसी चौराहे पर विश्व हिंदू परिषद और सुधीर बैंड के बीच बवाल का एक और लाइव वीडियो वायरल हो गया है । इस वीडियो में राम नाम का दुपट्टा ओढ़कर भगवा चोला पहने और राम मंदिर व् राम लला की बात करने वाले भगवाधारी बेलगाम दिखाई दे रहे हैं । जय श्री राम का नारा लगाने वाले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता और नेता हाथों में लाठिया लेकर जमकर तोड़फोड़ कर रहे हैं । इतना ही नहीं गाली गलौज मारपीट और चौराहे पर खुलेआम गुंडई का यह नजारा वीडियो में वायरल हो रहा है।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब भगवान राम के पद चिन्हों पर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी और उसके अनुसांगिक संगठन विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और तमाम हिंदूवादी संगठनों पर प्रश्नचिन्ह लग गया है । कि आखिरकार जनता के द्वारा चुनी गई सरकार से यही उम्मीद की जा रही थी । कि चौराहे पर राम नाम का दुपट्टा डाले और हाथ में लाठी लेकर गुंडागर्दी करने वाले भगवा धारी उत्तर प्रदेश में ऐसा इतिहास रचेंगे। इस वीडियो में यह भी दिखाया जा रहा है कि पुलिस भगवाधारी और विश्व हिंदू परिषद के साथ बजरंग दल के नेताओं को तोड़फोड़ से रोकने का प्रयास कर रही है । मगर सत्ता के गुरूर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेता और जमकर तोड़फोड़ कर रहे हैं । और हां इन सबके सामने बेबस नजर आ रही है । इससे पहले भी विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं ने शस्त्र पूजन के दौरान जमकर फायरिंग की थी । जिस के संबंध में थाना रकाबगंज पुलिस ने एक दर्जन गंभीर धाराओं में बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद के खिलाफ नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया । मगर पुलिस ने आज तक इन पर ना तो कोई लगाम लगाने की कोशिश नहीं की। और ना ही कोई दबिश दी गई । यही वजह है कि यह भगवाधारी आज बेलगाम हो रहे हैं । वीडियो में तोड़फोड़ करते यह वही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेता हैं । जो थाना रकाबगंज में एक दर्जन गंभीर धाराओं में नामजद है। अब सवाल यह है कि क्या पुलिस का कानून केवल एक आम आदमी के लिए है और पुलिस भगवाधारियों के आगे बेबस कब तक रहेगी।