आगरा। गुरुवार को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विवि में रजिस्ट्रार कार्यालय के सामने पेड़ के नीचे हेल्प डेस्क लगाई गई। यह हेल्प डेस्क किसी विवि अधिकारी, कर्मचारी या छात्र नेताओं के द्वारा नहीं बल्कि विवि परिसर की सुरक्षा में लगे सिटी अलर्ट सिक्योरिटी द्वारा लगाई गई और ऐसा मजबूरी में किया गया क्योंकि विवि खुलने के अगले 2 घंटे तक रजिस्ट्रार अपने कार्यालय में नहीं पहुंचे थे जबकि रजिस्ट्रार कार्यालय के बाहर सैकड़ों छात्र धूप में लाइन में खड़े होकर उनका इंतजार कर रहे थे। काफी देर इंतजार करने के बाद जब रजिस्ट्रार अपने कार्यालय नहीं पहुंचे तो छात्रों का धैर्य जवाब देने लगा जिसके चलते निजी सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों के सुपरवाइजर ने स्थिति संभालने के लिए पेड़ के नीचे अस्थाई हेल्प डेस्क लगाई।
गौरतलब है कि समय समय पर छात्र नेताओं द्वारा कई बार सिंगल विंडो सिस्टम या हेल्प डेस्क की मांग उठाई गई है। विवि अधिकारियों ने हर बार आश्वासन दिया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। यही कारण है कि मार्कशीट व डिग्री की समस्याओं लेकर आने वाले तमाम छात्रों को सिर्फ और सिर्फ इंतजार करना पड़ता है।
दूसरी तरफ विवि रजिस्ट्रार हर छात्र की समस्या का समाधान स्वयं करते है जिसके चलते सैकड़ों छात्रों को अपनी बारी का इंतजार करने के लिए सुबह से शाम तक वही लाइन में भटकना पड़ता है।
बहरहाल गुरुवार को यह नजारा देखने में बड़ा ही अजीब लग रहा था कि रजिस्ट्रार की अनुपस्थिति में कोई अन्य विवि अधिकारी व कर्मचारी छात्राओं की समस्याओं को नहीं सुन रहा था बल्कि निजी सुरक्षा में लगे सुरक्षा गार्ड और उनके सुपरवाइजर हेल्प डेस्क और पूछताछ केंद्र की तरह काम कर रहे थे। सुपरवाइजर को तो यह भी नहीं पता था कि कौन सी मार्कशीट का समाधान किस तरह से करना है। वे तो बस सभी छात्रों के डॉक्यूमेंट इकट्ठे करके दिलासा दिला रहे थे कि रजिस्ट्रार के आते ही उनका काम शुरू हो जाएगा। इधर अभी तक छात्र-छात्राएं कर रहे थे तो सिर्फ रजिस्टार महोदय का आने का इंतजार और इंतजार……