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कांग्रेसी मनायेंगे नोटबन्दी की पुण्यतिथि

by admin

पिछले वर्ष देश में हुई नोटबंदी को 8 नवंबर को 1 वर्ष पूरा होने जा रहा है इस 1 वर्ष के दौरान नोटबंदी के कारण देश में कई ऐसे बदलाव देखने को मिले जिसके कारण आम व्यक्तियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नोटबंदी के दौरान हालात ऐसे थे कि आम व्यक्ति के पास खानपान की वस्तुएं खरीदने के लिए भी पैसे नहीं थे और रूपया लेने के लिए वो भी बैंकों की लाइन में सुबह से ही खड़े हुए नजर आते। मोदी सरकार के इस फैसले ने पूरे देश को बैंकों की लाइन में खड़ा कर दिया था। नोटबंदी को 8 नवंबर को 1 वर्ष पूरा होने जा रहा है जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी 8 नवंबर को नोटबंदी की पुण्यतिथि मनाने जा रही है और नोटबन्दी के दौरान जिन लोगों की मृत्यु हो गयी थी उन्हें श्रद्धांजलि भी दी जाएगी। इसके साथ ही नोटबंदी का विरोध भी करेगी।

कांग्रेसियों का कहना था कि नोटबंदी के कारण कई परिवार के लोग लोगों ने अपनी जान तक गंवा दी थी। सबसे ज्यादा असर किसानों पर देखने को मिला था। इतना ही नहीं नोटबंदी के दौरान जिन घरों में शादी समारोह थे उस घर में संबंध तक टूट गए। कांग्रेसियों कहना है इस दिन विशाल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा जिससे आम व्यक्ति नोटबंदी की खामियों को जान सके। जिस नोटबंदी और जीएसटी को लेकर भाजपा अपनी पीठ थपथपा रही है। असल में उसने आम व्यक्ति की रीड की हड्डी तोड़ दी है आज भी व्यक्ति और व्यापारी तो समझ नहीं पाया की उनके साथ किया हुआ है। व्यापारी उमाशंकर उपाधयाय की बात मानी जाए तो पहले उसे नोटबंदी ने मारा और फिर जीएसटी। जीएसटी ने तो उसकी पूरी तरह से कमर तोड़ दी।

जब मून ब्रेकिंग के संवाददाता से उमाशंकर और मुरारीलाल गोयल से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि मोदी 3 साल से विकास की बात कर रहे हैं और ऐसा नहीं है कि उन्होंने देश में विकास नहीं किया है। यह विकास नोटबंदी जीएसटी और महंगाई है। इसके अलावा देश में कोई और विकास नजर नहीं आता। और जीस विकास कि वह बात करते हैं वह 3 सालों में आज तक दिखाई नहीं दिया है। जिस विकास की बात वो नहीं करते उसके दुष्परिणाम जरूर सब को दिखाई देते हैं। लोगों का कहना था कि भाजपा यह कहती है कि इस नोटबंदी से भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है कालेधन वालों पर लगाम लगी है विदेश में काला धन खराब हो गया। लेकिन विदेशों से जो काला धन आना था वो आज तक नहीं आ पाया बल्कि मोदी सरकार ने देश में नोटबन्दी कराकर व्यापारी वर्ग को ही चोर साबित कर दिया जिससे पूरे विश्व में भारत की साख पर बट्टा लगा है और मोदी सरकार नोटबंदी को सबसे बड़े हथियार के रूप में देखते हैं उसके दुष्परिणाम किस तरह से आम व्यक्ति के सामने आए हैं वह आम व्यक्ति ही जानता है।

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