आगरा। जनपद फिरोजाबाद और जनपद आगरा में पुलिस हिरासत में युवक की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हो पाया था। कि थाना शाहगंज पुलिस की एक और खबर ने पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है ।
पुलिस के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक घटना 7 नवंबर दीपावली के पर्व की है। बताया जाता है कि शाहगंज थाना क्षेत्र के अर्जुन नगर इलाके में दीपावली के पावन पर्व पर नशे में धुत एक फौजी अपनी पत्नी को पीटने के साथ क्षेत्र में जमकर बवाल काट रहा था ।
जिसकी सूचना up 100 को दी गयी थी। इस सूचना पर यूपी 100 के पुलिसकर्मी फौजी को काबू पाने का प्रयास कर रहे थे। बताया जाता है कि नशे में धुत फौजी आपा खो बैठा और सिपाहियों का गिरेबां पकड़कर बदतमीजी करने लगा ।
सिपाहियों के साथ बदतमीजी की सूचना पर मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज सराय ख्वाजा अनिरुद्ध प्रताप ने नशे में धुत फौजी को काबू करने का प्रयास किया। चौकी इंचार्ज और इलाकाई पुलिस से भी हद दर्जे की बदतमीजी की फौजी।
नशे में धुत्त फौजी को थाना शाहगंज लाया गया। घटना अब इसके बाद की है। दूसरे दिन फौजी पुलिस कप्तान के सामने पेश हुआ और चौकी पर तैनात सिपाहियों और चौकी इंचार्ज पर हवालात में डंडो से पीटने का आरोप लगाया।
बताया जाता है कि फौजी के समर्थन में आए सत्ताधारी देहात पक्ष के एक विधायक और किसान मोर्चा के बड़े बीजेपी नेता ने पुलिस के अधिकारियों पर पूरी चौकी को हटाने का दबाव बना दिया।
बात इतनी होती तो भी गनीमत थी। नशे में धुत फौजी ने पूरी चौकी पर तैनात सिपाहियों और भीड़ के सामने दरोगा को जान से मारने और गोली मारने का गोली मारने की धमकी दे डाली । जिसके चलते दरोगा दहशत में आया और अपनी पीड़ा अधिकारियों को बताई।
सीओ लोहामंडी, एसपी सिटी आगरा के अलावा तमाम अधिकारियों ने दरोगा को जान का खतरा बताते हुए चौकी पर ना जाने की सलाह दे डाली। एक हफ्ते तक दरोगा दहशत में रहा और अधिकारी उसे चौकी पर भेजने की सलाह देते रहे।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि सत्ताधारी पक्ष के विधायक और किसान मोर्चा के बीजेपी नेता के दबाव में आए पुलिस अधिकारियों ने चौकी इंचार्ज का आगरा शहर से देहात में ट्रांसफर कर दिया। दवाब में दरोगा का ट्रांसफर करने के बाद अब सिपाहियों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है ।
फौजी की दरोगा को गोली मारने की धमकी , दहशत में पुलिसकर्मी और दवाब में दरोगा का ट्रांसफर को लेकर पुलिस के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगे हैं। कि आखिरकार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में जब पुलिस दहशत में होगी तो आम आदमी कितना सुरक्षित होगा।