आगरा। जनकपुरी कमेटी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जनकपुरी कमेटी को लेकर विजयनगर में हुए दो गुट एक दूसरे पर हमलावार होते हुए नजर आ रहे हैं। रविवार को रामलीला कमेटी की ओर से जनकपुरी की जिस कमेटी को अनुमोदन मिला है। विजय नगर स्थित विजय क्लब में उसकी बैठक होनी थी लेकिन इस बैठक की खबर विरोध कर रहे दूसरे गुट को लग गई और दूसरे गुट के विरोधी सदस्य सक्रिय हो गए।
बताया जाता है कि इस बैठक को निरस्त कराने की मंशा को लेकर दूसरे गुट के लोग अपनी गाड़ियों में जूते चप्पल भरकर लेकर आ रहे थे और उनकी मंशा थी कि बैठक के दौरान घमासान किया जाए लेकिन किसी तरह विरोधी गुट की मंशा का पता समीर चतुर्वेदी कमेटी के लोगों को जानकारी हुई तो उन्होंने बैठक को निरस्त कर दिया।
आपस में ही वार्तालाप कर लोग अपने-अपने घर को चले गए लेकिन इस दौरान विजय क्लब पहुंचे दूसरे गुट के लोगों से वाद विवाद भी हुआ। घटना की जानकारी होते ही क्षेत्रीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और स्थिति को संभालने का पूरा प्रयास किया लेकिन समीर चतुर्वेदी गुट के लोग जा चुके थे जिसके कारण कोई विवाद उत्पन्न होने से बच गया नहीं तो विजय नगर में जनकपुरी सजने से पहले कोई बड़ा हो सकता था।
अनुमोदन मिलने वाली कमेटी के लोगों ने नाम जाहिर ना करने की शर्त पर बताया कि विरोध कर रही कमेटी के लोग विरोध करने के दौरान जूते-चप्पल से हमला करने की फिराक में थे लेकिन इससे पहले ही बैठक को निरस्त कर दिया गया है तो वहीं विरोधी गुट की तरफ से सामने आए विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने भी इस कमेटी से 10 दिन का समय मांगा है। अब यह देखना होगा कि 10 दिन बाद रामलीला कमेटी की से अनुमोदन मिलने वाली कमेटी को पूरी तरह से मान्यता मिलेगी या फिर दूसरा पक्ष इस कमेटी पर हावी हो जाएगा।