आगरा। नगर निकाय चुनाव में परचम लहराने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मंथन शुरू कर दिया है। रविवार को छुट्टी के दिन सारे बीजेपी नेता और संगठन के लोग व्यस्त थे। सुबह 8:00 बजे पार्टी के सभी पार्षदों और मेयर के नाम के लिए मंथन शुरू हुआ। आगरा के एक होटल में निकाय चुनाव के दोनों प्रभारी महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे के साथ कोर कमेटी के लोग इस बैठक में मौजूद रहे। बैठक की खास बात यह थी कि इस बैठक के पहले चरण में मंडल अध्यक्षों को बैठक से दूर रखा गया। पार्षद पद के दावेदारों को जैसे ही इस बैठक की सूचना मिली तो बड़ी संख्या में दावेदार भी होटल के बाहर नेताओं का अभिनंदन और हाथ जोड़ते मान-मनौव्वल करते नजर आ रहे थे। मगर संगठन अपनी रुपरेखा तैयार कर चुका था। किसको कहां से और क्यों टिकट देनी है यह सारी बातें तय हो चुकी थी बस अंतिम मुहर के लिए निकाय चुनाव प्रभारी के सामने कोर कमेटी के लोग और महानगर के साथ में संगठन के लोग मौजूद थे।
भाजपा के आंतरिक सूत्रों की अगर बात करें तो भाजपा ने पार्षद पद के दावेदारों में से 50% दावेदारों की लिस्ट लगभग फाइनल कर ली है। जिस पर संगठन अंतिम मुहर लगा सकता है। अगले 72 घंटे के अंदर सभी पार्षदों के नाम सहित आगरा के भाजपा में मेयर पद के प्रत्याशी की घोषणा हो सकती है। संभावना जताई जा रही है कि भारतीय जनता पार्टी अन्य दलों की अपेक्षा अपने मजबूत टिकाऊ और संगठन के पुराने लोगों पर मोहर लगा रहा है। आंतरिक सूत्रों के मुताबिक छावनी और उत्तरी विधानसभा के लगभग आधे से ज्यादा पार्षद पद के प्रत्याशी तय हो चुके हैं जिस पर केवल औपचारिकता ही पूर्ण करनी है।
4 घंटे की इस बैठक में कोर कमेटी के लोग महानगर अध्यक्ष संगठन के लोगों ने दोनों निकाय चुनाव प्रभारियों को अपनी सूचि सौप दी है और निकाय चुनाव प्रभारी इस पर अंतिम मोहर लगाने जा रहे हैं। बाकी शाम 5:00 बजे एक और बैठक एक अन्य होटल में होनी है जिसमें केवल मंडल अध्यक्ष ही मौजूद रहने वाले हैं। भाजपा प्रत्याशियों को जिस बात का इंतजार था वह सस्पेंस अगले 72 घंटे के अंदर खत्म होने वाला है। यानि 1 नवंबर को सभी पार्षदों और मेयर के नाम की घोषणा हो सकती है।