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मजदूरों की समस्याओं के निराकरण हेतु अखिल भारतीय कृषि महासंघ द्वारा किया गया वर्कशॉप का आयोजन

by pawan sharma

आगरा। असंगठित क्षेत्र से जुड़े हुए किसान और खेती करने वाले मजदूरों की तमाम समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय कृषि महासंघ की ओर से दो दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन हैदराबाद के क्वालिटी इन होटल में किया गया। इस वर्कशॉप में आगरा और उत्तर प्रदेश से उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष और संस्थापक तुलाराम शर्मा ने प्रतिभाग किया। दो दिनों तक चलने वाली इस वर्कशॉप में पूरे देश भर से विभिन्न श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

दो दिवसीय सेमिनार में कृषि मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधा और उनके बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने पर मंथन किया गया। ट्रेड यूनियन के तमाम संगठनों के प्रतिनिधियों ने असंगठित क्षेत्र से जुड़े तमाम कृषि मजदूरों को विभिन्न समस्याओं पर अपने अपने विचार रखे और इन मजदूरो को होने वाली समस्याओं का कैसे निराकरण हो और इन सभी मजदूरों को सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे मिले इस इस पर मंथन किया गया।

वर्कशॉप के दौरान उन सभी मजदूरों की भी समस्याओं को सामने रखा गया जो खेत को बटाई पर लेते हैं लेकिन जब नुकसान होता है तो उसका मुआवजा खेत के मालिक को होता है और इन मजदूरों की स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है। ऐसे सभी मजदूरों को भी आर्थिक मुआवजा और सरकार की योजनाओं का लाभ मिले इस पर भी मंथन किया गया। इस वर्कशॉप के दौरान निर्णय लिया गया कि कृषि मजदूरों की इन समस्याओं के निराकरण के लिए केंद्र सरकार के साथ साथ अपने-अपने प्रदेशों की सरकारों के सामने इन समस्याओं को उठाने की मांग की और इनके निराकरण के लिए ज्ञापन देने पर जोर दिया।

इस वर्कशॉप में प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के संस्थापक अध्यक्ष तुला राम शर्मा का कहना था कि करीब असंगठित क्षेत्र से 22 करोड़ से अधिक मजदूर जुड़ा हुआ है जो खेती का काम करता है और खेत में काम ना मिलने पर निर्माण क्षेत्र, ईट भट्टे और पत्थर खदानों में काम करता है। ऐसे मजदूरों का आर्थिक उत्थान हो सके इस पर कार्य करना ही संगठन की प्राथमिकता है।

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