आगरा। एक चौराहे पर प्राइवेट फॉर्म द्वारा ज़ेबरा क्रॉसिंग बनाने के दौरान बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है जिसमें घरेलू सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है जबकि नियम के मुताबिक ऐसे कामों में कमर्शियल सिलेंडर का उपयोग किया जाता है। हैरानी की बात यह थी कि कई सिलेंडर ऐसे थे जिन पर उज्जवला योजना का नाम अंकित था। इस मामले में साफ तौर पर नजर आया कि किस तरह से ठेकेदार और उसके कर्मचारी रोड बनाने के काम में कोताही बरत नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
दरअसल रामबाग से हाथरस रोड पर टेडी बगिया चौराहे के पास प्राइवेट फर्म द्वारा रोड पर जेब्रा क्रॉसिंग बनाने का काम चल रहा है। तभी देखने में आया कि फर्म के कर्मचारी ज़ेबरा क्रॉसिंग बनाए जाने वाली मशीन में कमर्शियल सिलेंडर के बाजार घरेलू सिलेंडर का उपयोग खुलेआम कर रहे थे।
जब कर्मचारियों से पूछा कि ठेका किसका है और आप लोग घरेलू सिलेंडर का प्रयोग क्यों कर रहे हो तो कर्मचारियों ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। कर्मचारी कैमरे की नजर में आने के बाद तुरंत ही सिलेंडर बदलने लगे और उज्जवला योजना वाले सिलेंडर को छुपाने की कोशिश करने लगे।
सबसे हैरानी की बात यह है कि एक तरफ सरकार उज्जवला योजना के तहत गांव के हर जरूरतमंद घर तक घरेलू सिलेंडर पहुंचने का दावा कर रही है तो फिर कमर्शियल उपयोग में लिया जा रहे ये सिलेंडर कहां से आए।