आगरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से 2019 की चुनावी बिसात बिछाने के लिए कमान आखिरकार संभाल ली गयी है। बुधवार को राष्ट्रीय सेवक संघ की ओर से आगरा में समन्वय बैठक की शुरुआत हो गई। इस बैठक में RSS के बड़े पदाधिकारियों के साथ-साथ भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों, सांसद व विधायकों के साथ-साथ यूपी सरकार के कई मंत्रियों ने शिरकत की।
इस बैठक में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत भी पहुंचे और पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश की सरकार का गुणगान किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी सरकार की ओर से किए जा रहे कार्य को देश व प्रदेश हित में बताया। विद्युत विभाग को कई प्रदेशों में निजी हाथों में सौंपने को लेकर ऊर्जा मंत्री का कहना था कि उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। विपक्षी पार्टियां भ्रम फैला कर लोगों को उकसाकर प्रदर्शन करा रही हैं जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा से वंचित रखा जा सके।
इतना ही नहीं पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रदेश के ऊर्जा मंत्री भारत बंद के दौरान हुए हिंसक प्रदर्शन पर भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उनका कहना था कि सर्वोच्च न्यायालय का जो आदेश आया है वह सर्वमान्य होता है और दलित समाज भी उसे स्वीकार करेगा लेकिन दलित समाज की ओर से बुलाए गए भारत बंद के दौरान जो हिंसक प्रदर्शन हुआ वह सपा-बसपा के कार्यकर्ताओं की देन थी।
उनका कहना था कि प्रदेशवासियों के लिए जोक कल्याणकारी योजनाओं से लाभ पहुंच रहा है उससे भाजपा को फायदा हो रहा है जो सपा कांग्रेस और बसपा को पच नहीं रहा है। इसके कारण भाजपा को बदनाम करने के लिए इस तरह के हिंसक प्रदर्शन कर आए जा रहे हैं। भाजपा के विरोध में एक होकर विपक्षी पार्टियां जो महागठबंधन बना रही है वह कहीं भी भाजपा के आगे टिकता हुआ नजर नहीं आ रहा है क्योंकि 2019 का चुनाव विकास और राष्ट्रवाद पर होगा और प्रदेश की जनता ने योगी और मोदी सरकार के विकास को देखा है। राष्ट्र की भावना सभी के अंदर पनप रही है इसलिए महागठबंधन भी 2019 के चुनाव में धराशाई हो जाएगा।