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सिविल सोसाइटी का यह पोस्टर बढ़ाएगा पीएम मोदी की मुश्किलें, जानिए क्या है मांग

by pawan sharma

आगरा: काफी समय से आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की मांग को पूरा कराने में लगी सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। सोसाइटी के सदस्यों ने एक प्रेसवार्ता कर प्रधानमंत्री से 2013 में लोकसभा चुनाव के दौरान किये गए वायदों का हिसाब मांगा है। इतना ही नही प्रेसवार्ता के दौरान एयरपोर्ट बनाम मोदी का 2013 का वायदा नाम से पोस्टर का विमोचन किया गया और मोदी सरकार पर एयरपोर्ट को लेकर हमला बोला। प्रेसवार्ता के दौरान सिविल सोसाइटी के जर्नल सैकेट्री अनिल शर्मा का कहना था कि नरेंद्र मोदी 2013 में गुजरात के मुख्यमंत्री के साथ साथ लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के स्टार प्रचारक थे। इसी दौरान 2013 में लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए कोठी मीना बाजार में शहर की जनता से शहर में एयरपोर्ट बनाये जाने का वायदा किया था अब 2019 में एक बार फिर नरेंद्र मोदी कोठी मीना बाजार में शहरवासियों को सम्‍बोधि‍त करने आ रहे हैं। लेकिन अबतक मोदी जी का एयरपोर्ट वाला चुनाव सिविल एन्क्लेव में बदल गया है। मोदी जी अब इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बात न कर सि‍वि‍ल एन्‍कलेव की बात कहेंगे। दो महीने में सि‍वि‍ल एन्‍कलेव तो अब बन्‍ने से रहा , मार्च के बाद कि‍सी भी दि‍न लोकसभा भंग हो जायेगी। नये चुनाव की तारीख घोषि‍त हो जायेगी।

प्रेसवार्ता के दौरान सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से कुछ सवाल किए है। जो इस प्रकार है।

1: 2013 में आगरा की जनता से कि‍ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट के वायदे का क्‍या हुआ। जबकि‍ पि‍छले ढाई साल से तो केन्‍द्र, प्रदेश और आगरा नगर नि‍गम में भाजपा का ही बहुमत है।

2: बल्‍हेरा,धनौली और अभयपुरा गांवों की जमीन पर पं.दीन दयाल उपाध्‍याय के नाम पर प्रस्‍तावि‍त सि‍वि‍ल एन्‍कलेव इंटरनेशनल मानकों पर होगा क्या

3: इस सि‍वि‍ल एन्‍कलेव पर एयरबस और बोईंग वायुयान पहुंच सकेंगे। इस एयरपोर्ट पर देसी और वि‍देशी इमीग्रेशन चैकअप और कस्‍टम क्‍लीयरैंस की व्‍यवस्‍था होगी या नहीं।

4: इस सि‍वि‍ल एन्‍कलेव पर क्‍या एयरकार्गो की व्‍यवस्‍था भी होगी या नहीं।

सिविल सोसयटी ऑफ आगरा के शिरोमणि सिंह का कहना है कि शहर में हवाई पट्टी की जरूरत तभी है जब बोईग और एयरबस जैसे वायुयानों की पहुंच सि‍वि‍ल एन्‍कलेव तक संभव हो नही तो हवाई पट्टी का कोई औचित्य नही है। इतना ही नही आगरा को एयरकार्गो सुवि‍धा की भी जरूरत है।आगरा एक नि‍र्यातकों का महानगर है, अनेक कारखाने अपने उत्‍पाद जैसे हैंडीक्राफ्टस और एम्‍पोरि‍यम बडी मात्रा में अपने आर्डरों को बाई एयर एकसपोर्ट करते हैं। बि‍ना कस्‍टम क्‍लीयरैंस और इमीग्रेशन चैकअप का इंतजाम कि‍ये अगर सि‍वि‍ल एन्‍कलेव या एयरपोर्ट बनता भी है तो आगरा की जरूरत और क्षमता के साथ मजाक ही होगा।

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के राजीव सक्सेना का कहना है कि आगरा में पर्यटकों को हैलीकाप्‍टरों से आगरा का भ्रमण करवाये जाने की योजना अक्‍सर चर्चा में बनी रहती है। इस बार इसके लि‍ये लगभग 5 करोड की राशि‍ भी आवंटि‍त कि‍ये जाने की संभावना है। लेकि‍न आगरा का ‘एयर कवर’ सुरक्षात्‍मक कारणों से प्रति‍बंधि‍त है। जि‍स आईडैंटी फाइड एयर कॉरीडोर से होकर हैलीकाप्‍टर का गुजरना संभव है ,वह ताज महल की सुरक्षा के दृष्‍टि‍कोण से पर्यटकों के लि‍ये अनुपयोगी है।

वैसे भी हेलीपोर्ट पूरे उत्‍तर प्रदेश में जहां जहां भी खुले है वो वहा घाटे में संचालि‍त हैं और उसमें से अधि‍कांश बन्‍द हो चुके है। अगर कुछ संचालि‍त भी हैं तो वे बन्‍द होने के कागार पर ही हैं। पूरे उत्‍तर प्रदेश में केवल उ प्र सरकार के पास ही हैलीकॉप्‍टर है। उ प्र में वर्तमान में एक भी एैसा कैपिटलिस्ट नहीं है जि‍सके पास अपने हैलीकाप्‍टर हों न हीं प्राइवेट कार्पोरेट सैक्‍टर की ऐसी फर्में जि‍नको हैलीपार्ट की जरूरत मालूम होती हो।

फिलहाल सिविल सोसयटी ऑफ आगरा ने भाजपा की केंद्र और यूपी सरकार से प्रदेश और शहर की जनता से वायदों के नाम पर मजाक करना बंद करे।

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