आगरा। मलपुरा थाना क्षेत्र के गांव लालऊ में कक्षा दसवीं की छात्रा संजली को मौत की नींद सुलाने वाले हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं। बताते चलें कि 18 दिसंबर को दसवीं कक्षा की छात्रा संजलि को पेट्रोल डालकर बाइक सवार तीन लोगों ने जिंदा जलाकर मौत की नींद सुला दिया था। इस घटना के बाद पूरे उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई थी। आगरा से लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में जगह-जगह धरना प्रदर्शन, कैंडल मार्च हुए और आगरा पुलिस पर जल्द केस खोलने के लिए दबाव बनाया गया।
केस वर्कआउट करने में लगी आगरा पुलिस को मंगलवार को यह बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल इस पूरे मामले में तीन हत्यारोपियों के नाम प्रकाश में आए। जिसमें संजली के ताऊ का लड़का योगेश, योगेश के मामा का लड़का विजय और विजय की बहन का देवर आकाश शामिल था।
इस पूरे मामले के खुलासे में लगी आगरा पुलिस अभी तक आगे बढ़ी रही थी कि योगेश ने जहर खाकर जान दे दी जबकि दो हत्यारोपी पुलिस गिरफ्त से दूर थे। मगर 168 घंटे दिन रात मेहनत करने वाली आगरा पुलिस की 12 टीमों ने फरार दोनों हत्यारोपी विजय और आकाश को मंगलवार को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
जिस हिसाब से इस घटना का खुलासा हुआ है। ये बिल्कुल क्राइम पेट्रोल सीरियल की तरह है। पुलिस हिरासत में हत्यारोपी विजय और आकाश ने पूरी घटना का पर्दाफाश किया है, साथ ही साथ जिले के पुलिस कप्तान अमित पाठक ने बताया कि संजलि को मौत की नींद सुलाने के पीछे एक तरफा प्यार का मामला था।
क्राइम सीरियल देखने वाला संजली के ताऊ का बेटा योगेश , जबरन उसे हथियाना चाहता था । यही वजह थी कि संजलि जब उसकी ना हुई तो योगेश ने किसी और की ना होने देने की कसम खाकर संजलि को पेट्रोल डालकर विजय और आकाश के सहयोग से मौत की नींद सुला दिया।
मंगलवार को जिले के पुलिस कप्तान अमित पाठक ने संजलि हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जैसे ही दोनों हत्यारोपियों को मीडिया के सामने पेश किया गया तो मीडिया के कैमरों के सामने हत्यारोपी अपने जुर्म कबूलते हुए पूरे घटनाक्रम की कहानी बता रहे थे।
एसएसपी आगरा अमित पाठक का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में दो बाइकों का इस्तेमाल हुआ जिसमें एक अपाचे और एक पैशन बाइक है। इसके अलावा संजली को मौत की नींद सुलाने के लिए एक लाइटर का इस्तेमाल हुआ और कुछ कपड़े, ग्लव्स और अन्य सामान भी इस घटना क्रम में इस्तेमाल किए गए जिसे आगरा पुलिस ने बरामद कर लिया है। इसके अलावा हत्याकांड के खुलासे के तहत प्रेस कांफ्रेंस करने वाले एसएसपी अमित पाठक ने आरोपियों के कुछ साक्ष्य भी मीडिया के सामने रखे हैं।
हत्याकांड का खुलासा होने के बाद जहां आगरा पुलिस की तारीफ रही है तो वहीं इस घटनाक्रम के खुलासे के बाद रिश्ते तार-तार हो गए और साफ तौर पर कहा जाए तो इस घटनाक्रम में अपने ही खून ने संजली का खून कर दिया है।