आगरा। बुधवार देर रात आए आंधी और तूफान से मोहब्ब्त की निशानी ताजमहल के साथ साथ कई ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पंहुचा है। ताजमहल में लगे कंगूरे इस तेज अंधेड़ से जमीन पर आ गिरे तो वहीं मीनारों को भी नुकसान पंहुचा है। इतना ही नहीं रॉयल गेट पर बना गुलदस्ता भी गिर गया था जिससे जमीन पर लगे लाल पत्थर उखड गए है।
एएसआई ने प्रेम के प्रतीक इस ईमारत को फिर से सही करने की कवायदें शुरु कर दी है और इसके मलबे को भी उठाकर अलग रख दिये है। एएसआई ने रॉयल गेट पर बेरिकेडिंग कर दी है साथ ही पाड़ बांधकर इसे दुरुस्त कराया जा रहा है तो वहीं दिव्यंगो की रैंप भी सही कराइ जा रही है।
पुरातत्व विभाग के अधीक्षण भुवन विक्रम सिंह का कहना है कि इस चक्रवाती तूफान से दक्षिण गेट की मीनार, रॉयल गेट का पिलर, सहेली बुर्ज की 6 मीनारें, मस्जिद की बुर्जी और पश्चिम गेट को नुकसान पंहुचा है। इतना ही नहीं ताजमहल की नक्कासी को भी नुकसान पंहुचा है।
इस तूफान के कारण ताजमहल के अंदर बने उद्यान में से करीब 150 पेड़ उखड गए है जिन्हें हटा दिया गया है और इस उद्यान को पुराने स्वरुप में लाने का कार्य हो रहा है।
पुरातत्व विभाग के अधीक्षण भुवन विक्रम सिंह का कहना है कि ताजमहल को पुनः अपने स्वरुप में लाने के लिए कवायदें शुरु कर दी गयी है। दो चार दिनों में यह पूरा काम कर लिया जायेगा।