करीब 10 साल तक कांग्रेस की सेवा और कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में काम करने वाली कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर शिवसेना का दामन थाम लिया है। शुक्रवार को प्रियंका चतुर्वेदी शिवसेना में शामिल हो गई हैं। उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना की सदस्यता ली।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं मुंबई में पली बढ़ी हूं। पिछले कुछ दिनों से मुंबई से कट गई थी, लेकिन अब मैं वापस यहां जुड़ना चाहती हूं। मैंने लौटने का मन बनाया तो इस संगठन के अलावा कोई और संगठन ध्यान में नहीं आया। इसलिए शिवसेना को जॉइन किया है। कांग्रेस की प्रवक्ता रहने के दौरान प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने साथ हुई अभद्रता का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे दुख इस बात का है कि कांग्रेस के लिए मेहनत करने वाले नेताओं की जगह गुंडों को तरजीह दी जा रही है।
कुछ महीनों पहले प्रियंका ने राफेल डील पर मथुरा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और इस दौरान कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने उनके साथ ‘बदसलूकी’ की थी। जिसकी शिकायत भी उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी से की थी ईस शिकायत पर आरोपी नेता को
निलंबित कर दिया था लेकिन अब उन्हें बहाल किया जा रहा है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा वह भारी मन से इस्तीफा दे रही हूं। उन्होंने 10 साल तक पार्टी में रहकर पूरी लगन से काम किया है। उन्होंने लिखा, ‘पिछले कुछ दिनों में हुए कुछ खास घटनाओं ने पूरा भरोसा दिला दिया कि संगठन में मेरी सेवाओं का संगठन में कोई मूल्य नहीं है। अब लगता है, जितना समय पार्टी में बिताऊंगी, मेरे आत्मसम्मान की कीमत पर होगा। दुःख इस बात का है, महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तीकरण की जिस बात का पार्टी प्रचार करती है, और आप खुद आह्वान करते हैं, वैसा पार्टी के कुछ सदस्यों के व्यवहार में नज़र नहीं आता है।