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सीएम योगी के आदेश को हवा में उड़ाकर यात्रियों की जान ख़तरे में डाल रहे हैं रोडवेज अधिकारी

by admin

आगरा। हाल ही रोडवेज की बसों से हुए हादसों ने सरकार को हिलाकर रख दिया था और सूबे के मुखिया ने रोडवेज विभाग के अधिकारियों को सभी गाड़ियों को दुरुस्त करने और चेक करने के बाद ही रूट पर भेजने के निर्देश दिए थे लेकिन विभागीय अधिकारी सूबे के मुखिया के इन आदेशों को हवा में उड़ाकर खराब बसों को रूट पर भेजकर यात्रियों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे है। ऐसा ही कुछ हाल आजकल आईएसबीटी और फोर्ट डिपो में देखने को मिल रहा है।

रोडवेज अधिकारियों ने हाल ही में अनुबंध के नियम को ताक पर रखकर एक बिना दरवाजे वाली अनुबंधित बस को चालक परिचालक के विरोध के बावजूद भी आगरा लखनऊ रूट पर भेज दिया। इतना ही नही जिस परिचालक ने इसकी शिकायत की उन्हें जमकर हड़काया और उस गाड़ी से हटा दिया।

घटना 15 अगस्त की है। परिवहन विभाग से अनुबंधित बस UP.87.T1554 को दोपहर 2 बजे बरेली रूट पर जाना था लेकिन बस का गेट उखड़ा हुआ था जिसकी शिकायत चालक परिचालक ने आईएसबीटी पर तैनात अधिकारी राजेन्द्र सिंह से की। गाड़ी की स्थिति देखकर राजेन्द्र सिंह ने गाड़ी को रुकवा दिया और इस गाड़ी की जितनी भी ऑनलाइन बुकिंग की थी सभी को कैंसिल कर दिया।

एक अधिकारी ने अपने दायित्व का निर्वहन किया लेकिन उसी दिन शिफ्ट चेंज होते ही वरिष्ठ केंद्र प्रभारी संजीव शर्मा ने यात्रियों के जीवन से खिलवाड़ करने में कोई कसर नही छोड़ी। वरिष्ठ केंद्र प्रभारी संजीव शर्मा ने अनुबंध के सभी नियमों को ताक पर रखकर इस बस को 10:45 पर आगरा से लखनऊ के लिए भेज दिया। वरिष्ठ केंद्र प्रभारी ने इस बस की कन्डीशन देखकर न ले जाने का विरोध करने वाले परिचालक ने किया था उसे हटा दिया गया और दूसरे परिचालक को बस लेकर भेज दिया।

इस बस का यह कोई पहला मामला नही है। इससे पहले जुलाई माह में इस बस के मालिक ने बस के टायर में बड़े बड़े गड्ढे होने पर उसे रूट पर चलवा रहा था जबकि अनुबंध के नियमों के तहत बस की मेंटेनेंस होने के बाद ही गाड़ी रूट पर चल सकती है। जुलाई माह में भी वरिष्ठ केंद्र प्रभारी संजीव शर्मा इस गाड़ी की कंडीशन ठीक न होने पर बरेली रूट पर भेज रहे थे। यात्रियों के विरोध करने पर इस गाड़ी की जगह दूसरी गाड़ी भेजी गई थी और विरोध करने वाले परिचालक को हटा दिया था।

वर्ष 2017-18 में इस गाड़ी का सीसा टूटे होने पर विभाग के बिजेंद्र सिंह पर गाज गिर गयी थी लेकिन आज गाड़ी बिना दरवाजे के जा रही है उस पर कोई एक्शन नही लिया जाता है।

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