आगरा। सर्वोच्च न्यायालय में अयोध्या में जमीनी विवाद मामले को लेकर सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब इंतजार सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का है। अयोध्या व राम मंदिर मामले पर आने वाले फैसले को लेकर पुलिस प्रशासन अभी से सतर्क नजर आ रहा है और संवेदनशील इलाकों को में अलर्ट भी जारी कर दिया है।
अयोध्या मामले में फैसला आने से पहले एडीजी आईजी और एसएसपी ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। देर शाम एडीजी अजय आनंद आईजी और एसएसपी बबलू कुमार मिश्रित आबादी वाले इलाकों में दल बल के साथ गश्त करते हुए नजर आए। इस दौरान पुलिस के आला अधिकारियों ने रेंज के सभी थानेदारों को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं जिससे अयोध्या के फैसले को लेकर सभी थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाकों में सुरक्षा के इंतजामात कर लें जिससे राम मंदिर पर आने वाले फैसले के बाद किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो।
इतना ही नहीं अयोध्या मसले पर आने वाले फैसले से पहले पुलिस प्रशासन ने ऐसे लोगों को भी चिन्हित कर लिया है जिनके कारण जिले की फिजा खराब हो सकती है। ऐसे लोगों की संख्या सैकड़ों में बताई गई है जिन्हें पाबंद और नजर बंद करने की तैयारी है। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन व्हाट्सएप ग्रुप पर भी नजर रखे हुए हैं जिससे राम मंदिर फैसला से पहले अगर व्हाट्सएप फेसबुक पर किसी प्रकार की टिप्पणी के कारण सामाजिक सौहार्द बिगड़े उसके खिलाफ कार्रवाई हो सके।
पुलिस की साइबर सेल शाखा सोशल मीडिया की निगरानी करने में जुट गई है। इस फैसले को लेकर पुलिस प्रशासन ने शांति कमेटियों और धर्मगुरुओं के साथ बैठकर शुरू कर दी है जिससे यह धर्म गुरु और शांति कमेटी के सभी सदस्य समाज में यह संदेश दे सकें कि सर्वोच्च न्यायालय का जो भी फैसला आये उसे स्वीकार करें।