आगरा। अपने गुड वर्क के लिए पुलिस हमेशा अपनी पीठ थपथपाती हुई दिखाई देती है लेकिन अगर कोई आम व्यक्ति पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट और खुश होकर पुलिस की तारीफ करें तो उससे पुलिस का हौसला और ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसा ही कुछ आईजी रेंज आगरा सतीश गणेश के साथ हुआ है।
आईजी रेंज सतीश गणेश की कार्यप्रणाली से खुश होकर एक आम व्यक्ति ने उनकी तारीफ की है तो उन्हें उनकी ईमानदारी से ड्यूटी का निर्वहन करने के लिए पारितोषक भी भेजा है। आम व्यक्ति से मिले इस सम्मान को पाकर आईजी रेंज सतीश गणेश काफी गदगद है।
पुलिस की कार्यप्रणाली को परखने और थानों पर फरियादियों की सुनवाई और उनके साथ होने वाले व्यवहार को देखने के लिए पिछले दिनों आईजी रेंज खुद कई थानों में फरियादी बनकर गए थे। आईजी रेंज की यह कार्यप्रणाली व्यक्ति को पसंद आई और आईजी रेंज की हौसलाअफजाई के लिए उस आम व्यक्ति ने उन्हें एक लिफाफा भेजा जिसमे 500 रूपये का चेक और एक पत्र था।
इस पूरे मामले को लेकर आईजी रेंज सतीश गणेश पत्रकारों से भी रूबरू हुए। आईजी रेंज ने बताया कि एटा के एक बुजुर्ग व्यक्ति विजय पाल सिंह की ओर से पत्र और 500 रुपये का चेक सम्मान के रूप में मिला है। इस पत्र को लेकर जब उनसे वार्ता हुई तो पता चला कि वो सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त है। हाल ही में मथुरा के एक थाने का कर्नल सतीश फरियादी बनकर उस थाने का निरीक्षण किया था वो खबर अमर उजाला में उन्होंने पड़ी थी। इस खबर को पढ़कर उन्होंने मेरी जिम्मेदारी की सराहना की और यह सम्मान भेजा है।
आईजी रेंज का कहना है कि सम्मान की राशि से उन्हें कोई मतलब नही है लेकिन एक आम व्यक्ति पुलिस की कार्यप्रणाली से प्रभावित और खुश है यह बात सम्मान जनक है। अक्सर अधिकारियों से तो सम्मान मिला है लेकिन आज एक आम व्यक्ति से सम्मान पाकर वो काफी ख़ुश हैं।