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पिनाहट के घड़ियाल-मगरमच्छ का जीवन संकट में, इस अवैध कार्य से प्रशासन बेख़बर

by pawan sharma

आगरा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी पिनाहट और मंसुखपुर क्षेत्र में अवैध बालू का खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इन खनन माफियाओं के आगे वन विभाग के साथ साथ आगरा के जिला प्रशासन भी बौना साबित हो रहा है। प्रशासन की इस शिथलता की पोल सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो ने खोल दी है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे खनन माफिया चंबल नदी के किनारे बैखोफ होकर खनन करने में लगे हुए है।

वायरल हो रहा वीडियो पिनाहट और मंसुखपुरा क्षेत्र का बताया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चंबल नदी में खनन प्रतिबंधित है। सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश पर घडियाल व मगरमच्छ के संरक्षण के लिये चंबल सेंचुरी को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर रखा है लेकिन इसके बावजूद भी खनन माफिया अपने स्वार्थ के लिए इस कार्य को बैखोफ होकर अंजाम दे रहे है और जिनके कंदो पर इस खनन को रोकने की जिम्मेदारी है वो जिला प्रशासन कुम्भकरण की नींद सो रहा है।

क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन खनन माफिया आते हैं और दर्जनों ट्रैक्टर बालू के भर के ले जाते है। इन पर किसी भी तरह की कार्यवाही भी नही होती है। योगी सरकार के मंत्री और खुद मुख्यमंत्री अवैध खनन को रोकने की बात कहते है लेकिन इस समय खनन योगी सरकार में ही चंबल नदी में तेजी के साथ खनन हो रहा है।

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