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ईंट-भट्ठों पर काम करने वाली महिलाओं को कुशल प्रशिक्षित बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन

by pawan sharma

आगरा। असंगठित क्षेत्र की महिलाएं जो पत्थर खदान, ईट भट्टो और राज मिस्त्री का काम कर रही है वो प्रशिक्षित हो और कुशल श्रमिक बने। ट्रेड यूनियन में महिलाओं की भागीदारी अधिक से अधिक हो और कुशल नेतृत्व कर अपने हक के लिए लड़ाई लड़े, यह विचार उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा के थे।

श्रमिक महिलाओं को कुशल श्रमिक बनाने और उनके सशक्तिकरण के लिये उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन ने BWI के सहयोग से मुद्दे आधारित प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। होटल गंगारत्न में आयोजित इस कार्यशाला में विधायक हेमलता दिवाकर और वैचारिक जागरण मिशन ट्रस्ट की प्रतिभा जिंदल और चाइल्ड लाइन की रितु इंदौलिया मुख्य अथिति के रूप में मौजूद रही। विधायक हेमलता दिवाकर ने इस कार्यशाला का शुभारंभ किया गया जिसके बाद श्रमिक महिलाओं को कुशल श्रमिक बनाने से संबंधित प्रशिक्षण कार्यशाला की शुरुआत हुई।

विधायक हेमलता दिवाकर ने उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के इस प्रयास की सराहना की उनका कहना था कि संगठन का प्रयास अनूठा है इससे महिला को आर्मनिर्भर बनने में बल मिलेगा। कार्यशाला में अपने विचार रखते हुए उनका कहना था कि एक कुशल श्रमिक बनाने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकत होती है। श्रमिक महिलाओं को यह प्रशिक्षण जरूर लेना चाहिए जिससे उन्हें भी पुरुष के समान मजदूरी मिल सके और अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिला सके।

वैचारिक जागरण मिशन ट्रस्ट की प्रतिभा जिंदल का कहना था कि आज के समय मे जब महिलाएं पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है तो उन्हें अपने आप को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिभा निखारने के लिए प्रशिक्षण लेने चाहिए जिससे महिला शशक्त बन सके। महिला सेवा समिति की रेखा शर्मा का कहना था कि आज महिला को हुनरमंद होना अति आवश्यक है।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना है कि महिला श्रमिक को कार्यस्थल पर किसी तरह की सुविधा नही मिलती है और मजदूरी भी पुरुष के समान नही मिलती है। इसलिए आज श्रमिक महिला को कुशल श्रमिक बनना अति आवश्यक है।

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