आगरा। बेटी का इलाज न कराये जाने के कारण पूरे परिवार के साथ पीएम मोदी से इच्छा मृत्यु की मांग करने के वाले पीड़ित पिता का दर्द जब मीडिया में सुर्खियां बना तो आगरा के जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आ गया। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मदद मिलने से अब इस बालिका को जिंदगी की उम्मीद जगी है। जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार ने तुरंत इस बीमार बेटी को एसएन भर्ती कराया और फिर सीएमओ मुकेश वत्स और एसएन हॉस्पिटल के प्रिंसिपल से वार्ता कर इलाज के लिए लखनऊ के एसजीपीजीआई हॉस्पिटल भेज दिया है।
आगरा के गांव पुरा लोधी के रहने वाले सुमेर सिंह की 16 वर्षीय बेटी ललिता एप्लास्टिक एनिमिया नाम की बीमारी से पीड़ित है। दो साल से पिता इलाज में अपना सब कुछ लुटा बैठे और मकान तक गिरवी रख दिया है लेकिन बीमार बेटी ठीक नही हुई जिसके बाद इस परिवार की आवाज को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए जोरदारी से उठाया। पीड़ित पिता की आवाज को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक पहुँची जिसके बाद से आगरा जिला प्रशासन भी इस मामले में गंभीर नज़र आया।
रविवार को मुख्य चिकित्साधिकारी मुकेश वत्स ने बीमार बेटी की हर संभव मदद का भरोसा दिया तो सोमवार को जिलाधिकारी आगरा एनजी रवि कुमार ने मामले को संज्ञान लेकर बेटी को इलाज के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया और वहाँ से लखनऊ एसजीपीजीआई हॉस्पिटल भेज दिया गया। पूरे मामले पर जब मुख्य चिकित्साधिकारी मुकेश वत्स से बात की गई तो उनका कहना था कि इस मामले पर आगरा की मीडिया ने परिवार की काफी मदद की है। बच्ची को एम्बुलेंस से लखनऊ भेजा जा रहा है जहां उस बच्ची का पूरा इलाज निशुल्क होगा।
जिला अधिकारी एनजी रवि कुमार का कहना था कि 16 वर्षीय बालिका ललिता एप्लास्टिक एनिमिया से ग्रसित है। इसलिए उसका हर हफ्ते ब्लड चेंज होता है लेकिन उसका ब्रोन ट्रांसप्लांट होने से यह बीमारी ठीक हो सकती है। बेटी की मदद के लिए रेडक्रोस सोसाइटी से भी मदद मांगी गई है।
प्रशासन की इस मदद के बात परिवार के लोग काफी खुश नजर आए। बच्ची के पिता का कहना था कि सभी ने काफी मदद की जिससे अब बच्ची का इलाज हो सकेगा जबकि पीड़ित की बुआ ने बताया कि दो दिन से सभी के फोन आये और मदद का भरोसा दिया गया। इस पूरी कार्यवाही में मीडिया का योगदान काफी अहम रहा।