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बाइक से जा रहे युवक को मारी लात, फिर तड़ातड़ गोलियों से भून डाला

by pawan sharma

आगरा। बाह थाना क्षेत्र के गांव खोड केंद्र पूरा में सोमवार की देर शाम को पुरानी जमीनी रंजिश को लेकर युवक को सरेराह गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया। मनीष भदरौली से अपने भाई चंद्रेश के साथ शाम 7 बजे करीब अपने घर खोड केंद्र पुरा आ रहा था। वहीं 200 मीटर की दूरी पर मुनेश के पिता भी पीछे चल रहे थे।

आरोप है गांव में ही रास्ते पर पहले से घात लगाए बैठे बहादुर पक्ष के सुरेंद्र , महेंद्र , राजीव और योगेंद्र ने लात मारकर मुनेश की बाइक को गिरा दिया। इससे पहले मुनेश कुछ समझ पाता उस पर ताबड़ तोड गोलियां बरसाकर भून दिया गया। भयभीत मनीष का भाई चंद्रेश जैसे तैसे जान बचाकर वहां से भाग खड़ा हुआ। पीछे चल रहे मनीष के पिता की गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर आगे बड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाये।

इस वारदात को अंजाम देकर दबंग फरार हो गए। परिजन जब मुनेश के पास पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही बाह पुलिस मौके पर पूछताछ की और शव का पंचनामा भरकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के परिजनों ने बहादुर पक्ष के सुरेंद्र महेंद्र, राजीव और योगेंद्र के खिलाफ बाह थाने में नामजद हत्या की तहरीर दी है जिसके बाद पुलिस ने हत्यारो को पकड़ने के लिए दबिशें देना शुरू कर दिया।

मनीष की हत्या हो जाने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मृतक की मां सहित परिवार के लोग सदमे में है। युवक की सरेराह गोलियों से भूनकर हत्या से गांव में तनाव बना हुआ है। तनाव की स्थिति को देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है, वहीं आरोपियों को पकड़ने के लिए रात भर पुलिस ने दबिश दी लेकिन आरोपी अभी पकड़ से दूर है।

इस घटना के बाद गांव में चर्चाओं का माहौल गर्म है। लोगों का कहना है कि सरेराह युवक की गोलियों से भूनकर हुई हत्या में पुराना जमीनी विवाद है। मृतक के पिता का कहना है कि आरोपी बहादुर पक्ष का गांव में खौफ व्याप्त है। कोई उनसे कुछ कहने वाला नहीं है। आये दिन गाली गलौज मारपीट करना उनके लिए आम बात है। इसी रंगबाजी में आज मेरे बेटे की जान ली गयी है।

घटना स्थल पर मौजूद मृतक के भाई ने बताया कि बदमाशों ने मनीष पर आधा दर्जन से अधिक गोलियां मारी गई लेकिन किसी तरह से उसने भागकर अपनी जान बचाई नहीं तो उसकी भी हत्या हो सकती थी।

सूत्रों के मुताबिक जमीनी रंजिश में बहादुर और मृतक पक्ष के बीच सवा तीन बीघा जमीन का विवाद करीब दो साल चला रहा है। इस मामले में कई बार पंचायत भी हुई लेकिन मामला नहीं सुलझ सका।

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