आगरा। नगर निकाय चुनाव की मतगणना पूरी हो जाने के बाद कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी विनोद बंसल पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने इस चुनाव में मिली हार को स्वीकार तो किया लेकिन हार उनके गले भी नहीं उतर रही थी। कांग्रेस मेयर प्रत्याशी का कहना था कि इस चुनाव को पूरी दमदारी के साथ लड़ा गया।
हार के दर्द को बयां करने के साथ-साथ कांग्रेस मेयर प्रत्याशी विनोद बंसल ने भाजपा के और आगरा प्रशासन को भी आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि इस पूरे चुनाव और मतगणना के दौरान प्रशासन ने भाजपा के एजेंट के रूप में काम किया है। इतना ही नहीं उन्होंने संगठन की कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाए। प्रत्याशी ने खुलकर तो कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों-इशारों में इस चुनाव के दौरान जिन लोगों ने उनका साथ छोड़ा, उसकी शिकायत हाई कमान से करने की बात कही।
इस वार्ता के दौरान कांग्रेसियों का कहना था कि मतगणना स्थल पर कई वोटों की पेटियां ऐसी थी जिनकी सील टूटी हुई थी। जिस से साफ जाहिर हो रहा था की पेटियो में रखी ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ की गई होगी। इसकी शिकायत प्रशासन से भी करने का प्रयास किया गया लेकिन प्रशासन गुमराह करता रहा।
कांग्रेसियों ने साफ तौर से कहा कि जो भाजपा की जीत हुई है उसमें आगरा प्रशासन की बहुत बड़ी भागीदारी है। क्योंकि भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया ने 2 दिन पहले ही घोषणा कर दी थी कि भाजपा का मेयर बनेगा और कम से कम 60000 से जीत दर्ज होगी और मतगणना के दौरान जीत भी इसी के आसपास हुई। ऐसा प्रतीत होता है कि यह चुनाव और उसकी मतगणना निष्पक्ष तरीके से नहीं हुई है। ईवीएम मशीन में गड़बड़ियां की गई जिसके कारण भाजपा मेयर प्रत्याशी विजय को इतनी बड़ी जीत मिली है।