मथुरा। प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीएसए डिग्री काॅलेज मथुरा में आयोजित पंजीकृत मजदूरों के हितलाभ वितरण कार्यक्रम में शिरकत की। इस कार्यक्रम के दौरान श्रम मंत्री ने शिशु हितलाभ, मातृत्व हितलाभ, बालिका मदद योजन, मृत्यु एवं विकलांगता सहायता, अन्तेष्टि सहायता, पुत्री विवाह अनुदान, चिकित्सा सुविधा योजना के तहत कुल 5668 श्रमिक लाभार्थियों को 1 करोड़ 95 लाख 43 हजार रूपये धनराशि के प्रमाण पत्र वितरित किये।
इस दौरान मजदूरों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मजदूर देश का निर्माता और भाग्य विधाता है लेकिन आज भाग्य विधाता की आर्थिक स्थिति दयनीय है। प्रदेश सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाओं को चलाकर उनके जीवन स्तर ऊंचा उठाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर भी श्रम सेवायोजन मंत्री रहे, जिन्होंने मजदूरों के लिए बहुत सी जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की थीं। सरकार उन योजनाओं को और अधिक सशक्त बना रही है।
इस दौरान श्रम मंत्री ने मजदूरों से कहा कि मजदूर के बेटा-बेटी भी इंजीनियर और डॉक्टर बनेंगे। अगर मजदूर का बेटा और बेटी इंजीनियरिंग और मेडीकल की पढ़ाई के लिए प्रवेश लेते हैं तो उनकी जितनी भी फीस होगी उसे श्रम विभाग अदा करेगा। इसके अतिरिक्त पंजीकृत मजदूरों की गम्भीर बीमारी के उपचार की योजना तो पूर्व से है। अब मजदूरों को छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए शादीशुदा व्यक्ति को तीन हजार रूपये सालाना और अविवाहित व्यक्ति को दो हजार रूपये की धनराशि उसके खाते में आरटीजीएस के माध्यम से दी जायेगी। क्योंकि मजदूर रोज मजदूरी कर पालन करता है, इसलिए उसे इधर-उधर नहीं भटकना पडे़गा। मजदूरों को पक्का घर बनाने के लिए भी 1 लाख रुपये की सहायता देगी, जिनके पक्के आवास नहीं हैं घर के साथ शौचालय का निर्माण भी कराया जायेगा। घर बनाने के लिए मजदूर की स्वयं जमीन होना आवश्यक है।
मजदूरों के मेधावी छात्र-छात्राओं को वजीफा दिया जा रहा है और मजदूरों की बेटियों को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में भी प्रवेश की योजना है। इसके अतिरिक्त मजदूर के घर बिटिया पैदा होने पर 15 हजार और बेटा होने पर 12 हजार रूपये की आर्थिक सहायता मिलेगी।