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मजदूरों के लिए सुपर स्पेशलिटी चिकित्सालय की उठी मांग

by pawan sharma

आगरा। मजदूरों के वेतन सुरक्षा और स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की और उत्तर प्रदेश असंगठित मजदूर संगठन की ओर से प्रदेश स्तरीय श्रमिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। एक दिवसीय सम्मेलन में प्रदेश भर से इस संगठन से जुड़े पदाधिकारी और मजदूरों ने बढ़ चढ़ कर शिरकत की।

सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में ग्रामीण विधानसभा की विधायक हेमलता दिवाकर पहुंची जिनके सामने उत्तर प्रदेश मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने असंगठित मजदूरों की वेतन सुरक्षा और स्वास्थ संबंधित समस्याओं को उठाया।

उन्होंने विधायक हेमलता दिवाकर को बताया कि सबसे ज्यादा असंगठित मजदूर पत्थर खदानों में काम कर रहा है जो एक सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित होकर दम तोड़ रहा है। वहां के मजदूरों की मृत्यु 40 से 45 उम्र के बीच हो जाती है। इस बीमारी का वहां के डॉक्टर टीबी की बीमारी समझकर इलाज करते हैं जिससे मजदूर को सही इलाज नहीं मिल पाता है। संगठन के अध्यक्ष ने विधायक हेमलता दिवाकर को ज्ञापन सौंप मजदूरों के लिए स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना कराने की मांग रखी जिसमें सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर मजदूरों का इलाज करें। इतना ही नहीं इस सम्मेलन के दौरान मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी ₹500 और मजदूरों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ-साथ अन्य समस्याओं के समाधान की मांग उठाई।

विधायक हेमलता दिवाकर मजदूरों के स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर सुपर स्पेशलिस्ट स्वास्थ केंद्र की स्थापना कराने का आश्वासन दिया। साथ ही श्रम मंत्री से मुलाकात कर श्रमिक और मजदूरों की न्यूनतम ₹500 कराने की बात कही।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना था कि विधायक हेमलता दिवाकर के सामने मजदूरों से संबंधित सभी समस्याओं को रखा है जिनके समाधान कराने का आश्वासन विधायक ने दिया है। विशेष रूप से जोर तांतपुर क्षेत्र में सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सालय खुलवाने पर दिया गया है।

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