आगरा। जिले के ब्लाक पिनाहट की ग्राम पंचायत रजौरा के उप गांव दलईपुरा में विकास कार्य नहीं होने के कारण ग्रमीणों में आक्रोश पनपने लगा है। गांव में लोग नाली, खरंजा, और शौचालय के लिए तरस रहे हैं तो गांव में किसी भी तरह का सरकारी आवास नही बने हैं। ग्रामीणों ने गांव की दयनीय स्थिति से कई बार ग्राम प्रधान और प्रशासन से की है लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
राजौरा ग्राम पंचायत के गांव दलाई पुरा में करीब एक हजार की आबादी वाला गांव है। इस गांव मे भीषण पेयजल संकट है। पेयजल समस्या समाधान के लिए पूर्व विधायक द्वारा गांव में दो टीटीएसपी की टंकिया बनवाई गई थी जो वर्षों से खराब पड़ी हुई है। लोगों को प्राइवेट नलकूपों से या फिर हैंडपम्पो से बड़ी मशक्कत के बाद पेयजल नसीब हो पा रहा है। गांव में जलनिकासी की कोई समाधान न होने से गांव की गलियों मे जलभराव के कारण दलदल सा बना हुआ है। यह गांव नाली खरंजे के लिए तरस रहा है और ग्रामीणों के लिए विकास एक सपना से बनकर रह गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में नाली खरंजा नहीं होने के कारण ग्रामीणों को नरक की जिंदगी जीनी पड़ती है, क्योकि समूचे गांव में खरंजे नही है और बरसात के दिनों में जलभराव के कारण कई तरह की बीमारियां फैलने लगती है। शौचालयों के नाम पर गांव मे खूब धोखा हुआ है। ग्रामीणो के अनुसार ग्राम प्रधान के कहने पर सबने शौचालय के लिये गड्ढे खुदवा लिये किन्तु आज तक पैसा खातो में नही आया। अब जिनके के पास पैसा था उन्होंने खुद खर्च कर अपना शौचालय बनवा लिया है और जिनके पास पैसा नही था उनके आज भी गड्डे खुदे पडे है।
गांव में करीब पचास शौचालय सरकार द्वारा बनने थे जिनमे कुछ ग्रामीणों के शौचालय की क़िस्त आ गई है मगर ज्यादातर ग्रामीणों की शौचालय की किस्त नहीं आई है जिससे उनके शौचालय नही बने है। गांव का सम्पर्क मार्ग भी बुरी तरह जर्जर पड़ा है। ग्रामीणो का कहना था कि वे कह-कह कर थक चुके हैं लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने गांव में विकास कार्य कराने की मांग की है।