आगरा। राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद से कई महीनों तक पार्टी में घमासान मचा रहा और काफी मशक्कत के बाद सोनिया गांधी को पुनः एक बार अध्यक्ष की कमान सौंपी गई। इस बीच संगठन की सारी इकाइयों को भी भंग कर दिया गया लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी को नहीं सौंपी गई है जिसके कारण शहर व जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी किसी को नही मिली है। कांग्रेस हाईकमान की इस कार्यप्रणाली से कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ जमीनी कार्यकर्ता काफी मायूस है और नाराज भी दिखाई दे रहा है।
लगातार समय बीतने के बाद संगठन की प्रदेश से लेकर जिला और शहर संगठन की जिम्मेदारी किसी को ना दिए जाने से जमीनी कार्यकर्ता कांग्रेस हाईकमान से सवाल करने लगे हैं कि वह आखिरकार किसके नेतृत्व में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले और उसकी जनविरोधी नीतियों को उजागर करें। मायूस कार्यकर्ताओं ने साफ कर दिया है कि अगर जल्दी हाईकमान ने कोई फैसला नहीं लिया और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति जल्दी नहीं हुई तो वह दिल्ली 24 अकबर रोड पर आत्महत्या कर लेंगे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस बयान से कांग्रेस में हलचल का माहौल बन गया है।
कांग्रेस हाईकमान की कार्यप्रणाली से नाराज चल रहे जिला कांग्रेस के निवर्तमान जिला महासचिव प्रताप सिंह बघेल ने इस संबंध में कांग्रेस हाई कमान को पत्र लिखा है और उन्हें अपने साथ कार्यकर्ताओं की पीड़ा भी बताई है। उन्होंने 10 अक्टूबर तक संगठन का गठन होने की मांग उठाई है। अगर ऐसा नही होता तो वो आने5 साथियों के साथ आत्मदाह करेंगे।
निवर्तमान जिला महासचिव प्रताप सिंह बघेल का कहना है कि प्रदेश में पूरी तरह से संगठन भंग कर दिया गया लेकिन अभी तक प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी को नहीं सौंपी गई है। पहले से ही यूपी के साथ आगरा जिले में कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं है लेकिन कांग्रेस हाईकमान की इस कार्यप्रणाली के बाद बचा खुचा संगठन भी पूरी तरह से खत्म होता चला जा रहा है। कार्यकर्ताओं के लगातार फोन आते है कि वह आखिरकार क्या करे, किसके नेतृत्व में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले।
कांग्रेस के निवर्तमान जिला महासचिव के साथ पीसीसी सदस्य संजय शर्मा भी कांग्रेस हाई कमान से आहत है। उन्होंने भी साफ कहा है कि अगर 10 अक्टूबर तक प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति नही हुई तो वो भी दिल्ली 24 अकबर रोड पर आत्मदाह करेंगे।