आगरा। किसानों की कर्जमाफी को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही सदन से लेकर सड़क तक अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन हकीकत तो किसान ही बता सकते हैं। उत्तर प्रदेश में कर्जमाफी के बाद भी बैंक किसानों को नोटिस भेज माफ़ किये हुए लोन की रकम को ब्याज सहित जमा करने का दबाव बना रहे है न जमा करने पर रिकवरी की कानूनी कार्यवाही करने की बात कह रही है हालांकि अधिकारी इस मामले को संज्ञान में नहीं बताकर जांच कराने की बात कहते नजर आ रहे है।
जिला आगरा के खेरागढ़ विधानसभा के कई गाँवों के करीब 38 किसानों का कर्ज माफ किया गया था, इनको ऋण माफ़ी के प्रमाण पत्र भी दिए गए ।लेकिन अब इन किसानो को बैंको ने फिर से नोटिस जारी कर दिए है जिसके बाद से किसान लगातार अधिकारियो के चक्कर लगाने को मजबूर है।अब लोन माफ़ी के बाद भी बैंको द्वारा नोटिस मिलने पर सहायता के लिए विकास भवन पहुंचे किसान अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे है और इसे अपने साथ धोखाघड़ी बता रहे है।
वही इस बारे प्रभारी डीएम और सीडीओ का कहना है की यह मामला संज्ञान में नहीं है। फिर भी इस मामले की जांच की जायेगी जिला कृषि अधिकारी को अवगत कराकर किसानो की समस्या को दूर कराया जायेगा।
जहाँ सूबे के सीएम योगी लगातार किसान ऋण मांफी योजना को बड़ी उपलब्धि बताते हुए नहीं थकते है वही अधिकारियो के यहाँ चक्कर लगाते अपने आप को ठगा महसूस कर ने वाले किसान इस पूरी योजना की जमीनी हकीकत बयान कर रहे है ।