लोकसभा चुनाव में पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद से यूपी कांग्रेस में उठापटक का दौर जारी है। यूपी में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के परपरागत सीट अमेठी के हारने के बाद से कांग्रेस हाई कमान लगातार समीक्षा कर रहा था। सोमवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) ने यूपी कांग्रेस की सारी जिला इकाइयों को भंग कर दिया जिसकी सूचना एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने लेटर जारी करके दी।
कर्नाटक के बाद यूपी में कांग्रेस संगठन को भंग करने का फैसला पार्टी महासचिव और पूर्वी-पश्चिमी यूपी के इनचार्ज की रिपोर्ट पर लिया गया है। यूपी में कांग्रेस संगठन की जिला इकाइयां भंग करने के साथ नए सिरे से संगठन को खड़ा करने की जिम्म्मेदारी कांग्रेस हाई कमान ने विधायक अजय कुमार लल्लू को दी है और उन्हें पूर्वी यूपी के संगठन में फेरबदल का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि एआईसीसी ने अपने महासचिव के प्रस्ताव के अनुसार कुछ जरूरी फैसले लिए हैं। इसके अनुसार, यूपी की सभी जिला इकाइयां भंग कर दी गई हैं। इसी के साथ जहां-जहां विधानसभा उपचुनाव होने हैं वहां चुनाव की तैयारी के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है। लोकसभा चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता के मामलों को देखने के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की गई है। लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद यूपी में कांग्रेस की नजर अब 2022 विधानसभा चुनाव पर है। कहा जा रहा है कि पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए नए सिरे से जमीनी स्तर पर संगठन कौ तैयार करेगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद यह कार्रवाई की जा रही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिर्फ रायबरेली में ही जीत हासिल की थी। यहां तक की गांधी परिवार की पारंपरिक सीट अमेठी में भी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बीजेपी की स्मृति इरानी से 55 हजार वोटों से मात मिली थी।