आगरा। सर्दियों का मौसम आते ही प्रदूषण की मार पूरे देश पर पड़ने लगती है। अभी तक देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण जानलेवा बना हुआ था तो वहीं अब ताजनगरी भी इस प्रदूषण की मार झेल रही है।
इस बार आगरा भी प्रदूषण के मामले में दिल्ली को पूरी टक्कर दे रहा है। आलम ये है सुबह से शुरू हुई धुंध देर शाम तक शहर को आगोश में ले लेती है। हाइवे हो या शहर की प्रमुख सड़के धुंध से सब कुछ ढका से नज़र आता है। सोमवार को जब लोग घरों से निकले तो कानपुर दिल्ली हाईवे पूरी तरह से धुंध से घिरा नज़र आया तो वहीं यमुना पर भी ये जानलेवा प्रदूषण धुंध बनकर छाया रहा। सबसे ज्यादा इस प्रदूषण की धुंध का असर ताजमहल पर देखने को मिला जब ताज दीदार को आने वाले लोगो को ताज की खूबसूरती का दीदार न कर सके और ताज के साए में फ़ोटो खिंचाने का सपना सपना ही बनकर रह गया जिसके चलते पर्यटकों को मायूस होना पड़ा।
शहर में बढ़ते इस प्रदूषण ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। इस जानलेवा प्रदूषण के कारण लोगों को कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। हाल में ही दीवाली का त्यौहार होने और आतिशबाजी के प्रदूषण ने आगरा में मरीजो की संख्या में बड़ा इजाफा किया है जिसमे सांस की बीमारी और दिल की बीमारी से जुड़े लोगों की मुश्किलें ज्यादा बढ़ गई है। इसके चलते सरकारी अस्पताल ही नही प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की भारी भीड़ देखी जा सकती है।
इस मामले पर एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी का कहना था कि आगरा के शहरी क्षेत्रों में पराली नही जलाई, बावजूद इसके प्रदूषण का बढ़ना घातक है इसके लिए नगर निगम के साथ साथ प्रदूषण विभाग को भी मामले पर उपयोगी कदम उठाने के आदेश जारी किए गए हैं।